पटना:रंगों के त्योहार होली में रंग, अबीर, गुलाल और पिचकारी का खास महत्व है. लोग बड़े धूमधाम से रंग-गुलाल से होली खेलते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के कारण होली का बाजार मंदा पड़ा हुआ है. पहले की तरह बाजार में रौनक नहीं नजर आ रही है और दुकानदार निराश बैठे हैं. दुकानदार कह रहे हैं कि इस बार बाजार में ग्राहक नहीं हैं. जो लोग आ रहे हैं वे भी मोलभाव ज्यादा कर रहे हैं.
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कम बिक रही पिचकारी
कदमकुआं में पिचकारी की दुकान सजाए दुकानदार बिगू ने कहा 'कोरोना की वजह से इस बार बाजार फीका है. पिचकारी बिक रही है, मगर सेल काफी कम है. बाजार में ग्राहक कम आ रहे हैं. मेरे पास 50 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक की पिचकारी है. वैरायटी काफी ज्यादा है, लेकिन सेल कम है. नॉर्मल पिचकारी ही ज्यादा बिक रहे हैं.'
फीका है होली का बाजार
दुकानदार सन्नी कुमार ने कहा 'कोरोना की वजह से बाजार इस बार बहुत फीका है. जिस प्रकार से बाजार अभी के समय उठना चाहिए था बिल्कुल नहीं उठा. इस बार लागत निकाल पाना ही मुश्किल हो गया है. अबीर गुलाल की खरीदारी लोग पहले की तरह लगभग कर रहे हैं, लेकिन रंग खेलने के लिए बने अलग-अलग पोशाक (विग, अलग-अलग प्रकार के फेस मास्क, चश्मा इत्यादि) की बिक्री ना के बराबर हो रही है. पिछले साल की तुलना में बाजार इस बार लगभग 50 फीसदी कम है.'
ग्राहक का इंतजार करते दुकानदार. कोरोना के डर से होली नहीं खेलूंगी
बच्चों के लिए पिचकारी और रंग खरीदने पहुंची नंदिता सिंह ने कहा 'बच्चे होली मनाने की जिद कर रहे हैं इसलिए रंग, गुलाल और पिचकारी खरीदने आई हूं. बच्चे होली सिर्फ घर के आपस ही खेलेंगे. इस बार होली की सिर्फ औपचारिकता निभाएंगे. इस बार कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करना है. इसलिए रंग और गुलाल की होली नहीं खेलूंगी.'
"बाजार में इस बार ग्राहक कम हैं. इस वजह से ज्यादा सेल नहीं हो रहा है. कोरोना के कारण लोग दहशत में हैं. अधिकांश लोग होली खेलना पसंद नहीं कर रहे हैं."- गुरजीत, दुकानदार
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