पटना:देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए बिहार में भी अलर्ट जारी किया गया है. बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने अलर्ट जारी किया है. हालांकि उपसचिव ने राज्य के सभी कमिश्नर, डीएम, आईजी, डीआईजी, एसपी और सिविल सर्जन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कोरोना की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया.
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इस बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कोरोना की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव की ओर से कई बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करने के बाद निर्देश जारी किए गए हैं.
माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश
इसके अलावा स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि अब जो भी कोरोना संक्रमण के नए मामले आएंगे, उस व्यक्ति की RTPCR जांच करवाई जाएगी. साथ ही उन्होंने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि नए संक्रमित व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री की भी जानकारी ली जाएगी. इसके बाद उस इलाके में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा. वहीं, माइक्रो कंटेनमेंट जोन के सभी घरों के लोगों की जांच की जाएगी.
प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन करने का निर्देश
इस बैठक में मुख्य सचिव ने वैक्सीनेशन मामले की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया है कि अगले 3 दिनों के भीतर राज्य के सभी होमगार्ड जवानों का वैक्सीनेशन कर दिया जाए. ताकि अगर राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले में बढ़ते हैं तो जो भी फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, वह सुरक्षित होकर काम कर सके. साथ ही सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि फिर से मास्क अभियान चलाया जाए. इसके अलावा गाड़ियों की भी चेकिंग शुरू की जाए.
चमकी बुखार को लेकर की समीक्षा
बैठक में मुख्य सचिव ने मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के जिलों में फैलने वाले एन्सेफेलाइटिस (चमकी बुखार) मामले की भी समीक्षा की. बच्चों में फैलने वाले एन्सेफेलाइटिस रोग से लड़ने की तैयारी के लिए 12 जिलों के डीएम, एसपी और सिविल सर्जन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम बैठक की गई. वहीं, मुख्य सचिव ने बैठक में सभी 12 जिलों को इंसेफेलाइटिस से लड़ने के लिए प्रारंभिक तैयारी करने का निर्देश दे दिया है.