पटना:बिहार में हीटवेवका असर जारी है और औसत अधिकतम तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है. बीते 24 घंटे में अररिया और किशनगंज को छोड़ शेष सभी जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है. पटना में मंगलवार को अधिकतम तापमान ने 10 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया और 44.1 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. अप्रैल के महीने में यह बीते 10 वर्षों का सर्वाधिक तापमान है. बीते 24 घंटे में शेखपुरा में सर्वाधिक 44.4 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है. उसके बाद पटना जिला है, जहां अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. शेखपुरा के बाद पटना दूसरा सबसे गर्म जिला बना हुआ है.
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हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी:मौसम विभाग के मुताबिक बिहार के लगभग सभी हिस्सों में पिछले 5 दिनों से हीटवेव का इंपैक्ट बना हुआ है. अगले 48 घंटों के दौरान पटना, गया, खगड़िया और मोतिहारी जैसे अनेक जिलों में हीटवेव का चल रही है. पटना समेत कुछ जिलों में सीवियर हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग की मानें तो पूरे प्रदेश में पछुआ एवं उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह समुद्र तल से औसत 5.8 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है. जिस की गति 10 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की है और झोंके के साथ 30 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इसके प्रभाव से अगले 3 दिनों तक प्रदेश के मौसम में कोई विशेष परिवर्तन होने के आसार नहीं है. इसके बाद 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की कमी की गिरावट अधिकतम तापमान में दर्ज की जा सकती है.
तापमान ने 10 साल का रिकॉर्ड टूटा:राजधानी पटना विगत 5 दिनों से प्रदेश के टॉप 3 गर्म जिलों में बना हुआ है. अधिकतम तापमान कभी 43 डिग्री तो कभी 44 डिग्री से अधिक रह रहे हैं. अगले 48 घंटों के दौरान भी हीटवेव की चेतावनी है. ऐसे में इस को देखते हुए मंगलवार से पटना में जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार सभी स्कूल 10:45 बजे तक ही खुले रहेंगे. भीषण गर्मी और लू को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में इलाज और दवा की समुचित व्यवस्था मुस्तैद रखने का निर्देश दिया है. इस बाबत राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने निर्देश जारी किया है और कहा है कि गर्मी की चपेट में आने वाले मरीजों के उपचार और प्रबंधन के लिए अस्पताल प्रबंधन कार्य योजना तैयार करके अलर्ट रहें.