पटना:राजधानी पटना के लगभग सभी मोहल्लों में अब डेंगू पांव पसार चुका है. हर रोज करीब 5000 से ज्यादा लोग डेंगू का टेस्ट करा रहे हैं. रविवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव (Health Minister Tejashwi Yadav) ने पटना के गांधी मैदान से 52 टेंपो फागिंग मशीन, 61 हैंड फागिंग मशीन, 375 एंटी लार्वा स्प्रे और स्वास्थ्य विभाग के 25 गाड़ियों को रवाना किया. कुल 513 गाड़ियों को उन्होंने हरी झंडी दिखाई. कार्यक्रम में मंच से संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि डेंगू के मामले सिंगापुर में भी काफी फैले हुए हैं. उनके पिताजी का इलाज सिंगापुर में चल रहा है इसलिए उन्हें पता है कि सिंगापुर भी डेंगू से जूझ रहा है. डेंगू की रोकथाम के लिए प्रदेश में सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है. इस मौके पर नगर विकास विभाग और पटना नगर निगम के तमाम अधिकारी गांधी मैदान में मौजूद रहे.
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कराई जाएगी फॉगिंग : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू के खिलाफ एंटी लार्वा के फॉगिंग में केमिकल के मिश्रण का महत्व बहुत अधिक होता है. यदि केमिकल का मिश्रण सही नहीं हो तो यह फॉगिंग किसी काम का नहीं रहता. ऐसे में केमिकल का मिश्रण सही हो इसके लिए पटना नगर निगम क्षेत्र में दो डॉक्टरों के नेतृत्व में विभिन्न फॉगिंग गाड़ियों में केमिकल का मिश्रण किया जा रहा है. जो गाड़ी 1 वार्ड में 1 दिन घूमेगी वह फिर उसके तीसरे दिन वह गाड़ी उस वार्ड में घूमेगी और फागिंग करेगी. पटना बड़ा शहर है और सभी 75 वार्ड में व्यापक तौर पर फागिंग कराई जाएगी.
डेंगू के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं :तेजस्वी यादव ने कहा कि डेंगू की बीमारी में इलाज से अधिक आराम की आवश्यकता होती है. बॉडी को रेस्ट मोड में रखना होता है और हाइड्रेटेड रखना पड़ता है. साफ सफाई का विशेष महत्व होता है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डेंगू के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं और अस्पतालों में डेंगू के इलाज की अच्छी व्यवस्था की गई है. उन्होंने खुद इसका निरीक्षण भी किया है. नगर विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर के मिशन मोड में डेंगू के खिलाफ अभियान में काम कर रहा है. डेंगू को लेकर लोगों को अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है.