पटना:चमकी बुखार के प्रकोप से मुजफ्फरपुर में लगातार बच्चों की मौत हो रही है. इस मामले पर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संज्ञान लिया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसपर नजर बनाए रखने के लिए कहा है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत मामले पर बयान दिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक केवल 11 बच्चे ही इसके शिकार हुए हैं. मीडिया के पास जो आंकड़ें हैं वह कहां से आए हमें नहीं पता.
बिहार स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मृतक बच्चों में केवल एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस के कारण हुई है. जबकि अन्य 10 की मौत दूसरी बीमारी की वजह से हुई है. मंगल पांडे ने कहा कि मीडिया में जो खबरें चल रही हैं उसकी अधिकारी पुष्टि नहीं हुई है, इसलिए वह गलत है.
मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री का बयान विभाग ने गठित की है विशेष टीम
मंगल पांडे ने कहा कि,'मैं स्वास्थ्य विभाग के सेमिनार में भाग लेने कनाडा गया था. वहां से जब दिल्ली लौटा तो विभाग को इस खबर पर समीक्षा करने को कहा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए समीक्षा बैठक भी की है. एक विशेष टीम गठित करके मुजफ्फरपुर भेज दिया गया है. बच्चों की मौत पर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह संज्ञान ले रहा है.'
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
मीडिया में लगभग 36 बच्चों की मौत की खबर चल रही है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 11 मौत हुई है. जिसमें केवल एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस के कारण हुई है. बाकी 10 की मौत हाइपोग्लाइसीमिया से हुई है. इसे चीनी की कमी भी कहा जाता है. विभाग ने बिहार के सभी पीएचसी को निर्देश दिया है कि इमरजेंसी वॉर्ड में दो बेड खाली रखें ताकि कोई इस बीमारी का बच्चा आए तो उसे इलाज के लिए भर्ती कराया जा सके. इस बीमारी से जुड़ी सभी दवाईयां भी अस्पतालों में पहुंचा दी गई हैं.