पटना:बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए एएनएम (ऑक्जलरी नर्सिंग मिडफायरी) को तकनीक युक्त किया जा रहा है. एएनएम को उपहार दिया जा रहा है, जिसमें सभी अत्याधुनिक मेडिकल उपकरण होंगे और उसकी मदद से एएनएम (Auxiliary Nurse Midwife) लोगों को बेहतर इलाज कर सकेगी. इस पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा को प्रभावकारी और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए एएनएम को किट से लैस (ANM Kit) किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मरीजों का इलाज करने में एएनएम चिकित्सकों के लिए सहायिका एवं सहयोगी होती हैं, इसलिए विभाग एएनएम को हर स्तर पर सहयोग प्रदान कर रहा है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि राज्य में कार्यरत 19 हजार 163 एएनएम किट दिया जाना है. इसमें (एएनएम किट) 10 प्रकार के अनिवार्य उपकरण शामिल रहेंगे.
"राज्य में नियमित श्रेणी के 17 हजार 603, एनएचएम के अंतर्गत एक हजार 81 एवं एनयूएचएम के अंतर्गत 479 एएनएम कार्यरत हैं. इन सभी को स्वास्थ्य संस्थानों एवं क्षेत्र भ्रमण के दौरान मरीजों की समुचित चिकित्सीय देखभाल के लिए एएनएम किट उपलब्ध कराया जा रहा है. ऐसे में इस किट के मिल जाने के बाद एएनएम अपने क्षेत्र में बेहतर तरीके से काम कर सकेंगी." -मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री
मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि किट में डिजिटल बीपी मशीन, स्ट्रेथोस्कोप, ग्लूकोमीटर मशीन, मेजरिंग टेप, डिजिटल थरमामीटर, कैंची, टॉर्च, माउथ मिरर और स्पेटूला दिया जाएगा. इन सभी सामान को इकट्ठा कहीं भी ले जाने में एएनएम को सहूलियत होगी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेगी. इसके साथ ही यह बैग (एएनएम किट) अब एएनएम को एक विशेष पहचान भी दिलाएगी.