पटना (पटनासिटी): स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल आज 8वें दिन भी जारी है. हालांकि मंगलवार को हड़ताली डॉक्टरों का एक शिष्टमंडल बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मिला था. जहां मंत्री ने आश्वासन देते हुए डॉक्टरों से हड़ताल तोड़ने की अपील की.
दरअसल जूनियर डॉक्टर पिछले आठ दिनों से स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. लेकिन सरकार से वार्ता नहीं हो रही है. सरकार डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने की बात कर रही है. वहीं जूनियर डॉक्टर लिखित आश्वासन के बिना मानने के लिए तैयार नहीं है. जबकि स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो होगा वह उनके लिए अच्छा होगा.
'जनहित सेवा में अपना योगदान दें. सरकार का जो कार्य है वो कर रही है. जूनियर डॉक्टरों के लिए जो भी होगा वह अच्छा होगा'- मंगल पांडेय, स्वास्थ मंत्री
'जब तक सरकार हमें लिखित आदेश नहीं देती तब तक हमारी हड़ताल जारी रहेगी. पैसा हमें बाद में ही मिले. लेकिन सारी बातें लिखित में होनी चाहिये'- रामचन्द्र, जूनियर डॉक्टर
वहीं, एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने हड़ताली डॉक्टरों के प्रति कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि आंदोलन किसी का भी मौलिक अधिकार है. लेकिन कार्य में बाधा पहुंचाना कानूनी अपराध है. जिसे अस्पताल प्रसाशन बर्दाशत नहीं करेगा.
डॉ विनोद कुमार सिंह, अधीक्षक, नालन्दा मेडिकल कॉलेज बता दें कि एक सप्ताह हो जाने के बावजूद जिस तरह से जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है इससे बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. अस्पताल में मरीज इलाज के लिए तड़प रहे हैं और सरकार के साथ-साथ विपक्ष भी खामोश है. अब देखना ये है कि जूनियर डॉक्टरों की ये हड़ताल कब तक खिंचती है. डॉक्टर सरकार की बात मानते हैं या ये हड़ताल अभी और भी कई मराजों के लिए जानलेवा बनी रहेगी.