पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने डीएमसीएच परिसर में स्थित इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के नये भवन का निरीक्षण किया. वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री के द्वारा आईजीआईसी के नए भवन का उद्घाटन होना है. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने पीएमसीएच के 108 बेड के कोविड अस्पताल की समीक्षा भी की. यह इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान का नवनिर्मित भवन लगभग 60 करोड़ की लागत से बना है.
डाउन इंटेंसिव केयर यूनिट का उद्घाटन
स्वास्थ्य मंत्री ने इस हृदय रोग संस्थान में छह बेडों के स्टेप डाउन इंटेंसिव केयर यूनिट का भी उद्घाटन किया. पहले यहां इस तरह के दो बेड की सुविधा उपलब्ध थी. शल्य चिकित्सा के बाद मरीजों को तत्काल इसकी आवश्यकता होती है और इससे अब मरीजों को अत्याधुनिक सुविधा का लाभ मिलेगा. अब आईजीआईसी में इस तरह बेड की संख्या बढ़कर आठ हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्री ने IGIC के नए भवन का किया उद्घाटन
133 करोड़ रुपये की लागत
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में लगभग 60 करोड़ की लागत से बने इस नए भवन में 20 करोड़ के फर्निचर और 53 करोड़ के अत्याधुनिक उपकरण लगाये जाएंगे. इस तरह स्वास्थ्य विभाग इस संस्थान पर लगभग 133 करोड़ रुपये खर्च कर रही है और इसमें आधुनिकतम सुविधाएं भी उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कहा कि संस्थान में अभी कुछ विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है और नवनिर्मित भवन में बाहरी मरीजों को तुरंत देखने की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने जारी किया निर्देश
बेडों को ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन से जोड़ा गया
स्वास्थ्य मंत्री ने नए भवन के निरीक्षण के बाद पीएमसीएच के प्राचार्य कक्ष में इस अस्पताल में चल रहे कोविड वार्ड में मरीजों के चल रहे इलाज की विस्तृत समीक्षा की. यहां 108 बेड का कोविड वार्ड चालू किया गया है. इस वार्ड में सभी बेडों को ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन से जोड़ा गया है. अभी 26 बेडों में काॅलबेल लगाया गया है. बाकी बेडों पर भी लगाने की व्यवस्था की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने IGIC के नए भवन का किया निरीक्षण
डायलिसिस कराने का आदेश
इस अस्पताल में अगले चार दिनों में 25 बेडों पर वेंटिलेटर की व्यवस्था की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने चिकित्सकों को सभी मरीजों का बेहतर निगरीनी के साथ कोविड मरीजों की डायलिसिस का भी आदेश दिया. डायलिसिस की सुविधा एक सप्ताह में मिलने लगेगी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से निःशुल्क कोरोना जांच की सुविधा सभी अस्पतालों में उपलब्ध कराई गई है. वहीं जांच की क्षमता निरंतर बढ़ रही है. वहीं शुक्रवार को 71 हजार 520 मरीजों की जांच की गई है.