पटनाः बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने डॉक्टरों की कमी की बात स्वीकार की. उन्होंने सदन में एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार में डॉक्टरों के 10 हजार 6 पद स्वीकृत हैं, जिसमें मात्र 4 हजार 72 पद ही भरे हैं. उन्होंने सदन में सदस्यों को भरोसा दिलाया कि रिक्त पड़े पदों पर डॉक्टरों की जल्द ही बहाली होगी.
आरजेडी विधायक शिवचन्द्र राम के सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डॉक्टरों की कमी दूर करने की प्रक्रिया जारी है. खाली पड़े छह हजार पदों पर डॉक्टरों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है. वहीं, सदन में विपक्षी सदस्यों के व्यवहार पर नाराजगी जाहिर की. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विपक्ष के सदस्य बार-बार उंगली दिखाते हैं, यह ठीक नहीं है. मेरा स्वभाव इस तरह का नहीं है और हम उम्मीद करते हैं कि विपक्ष के लोग अच्छा व्यवहार करेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी ने आरजेडी विधायक ललित यादव को बार-बार व्यवधान डालने पर चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि पुराने सदस्य होने के बाद भी इस तरह की हरकत ठीक नहीं है.
हंगामा करते विपक्ष के सदस्य किसानों की ऋण माफी को लेकर प्रदर्शन
किसानों का ऋण माफ करने की मांग पर आरजेडी के सदस्यों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं, सदन के अंदर माले के सदस्यों ने जल जीवन हरियाली अभियान में गरीबों को उजाड़ने पर रोक लगाने की मांग की. अपनी मांग रखते हुए माले के सदस्यों ने वेल में पहुंचकर नारेबाजी भी की. सदस्यों के इस व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सही तरीके से सवाल उठाने की बात कही.
कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा विधान परिषद में कार्य स्थगन प्रस्ताव
दूसरी तरफ विधान परिषद में कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया. ये प्रस्ताव महात्मा गांधी सेतु में घटिया स्टील लगाए जाने को लेकर लाया गया. कांग्रेस नेता ने कंपनी को काली सूची में डालने की मांग की. उन्होंने कहा कि पथ निर्माण मंत्री ने भ्रष्टाचार की शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया. नंदकिशोर यादव एक बार भी निरीक्षण करने नहीं पहुंचे.
आरजेडी नेता सुबोध राय ने भी बिहार में हत्या की घटनाओं को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया, जबकि सदन में अल्पसूचित में चार और तारांकित में 136 प्रश्न लाए गए हैं. फिलहाल प्रश्नों का विभाग के मंत्री जवाब दे रहे हैं.