पटना: कोरोना के दौर में बिहार विधानसभा चुनाव होने जा रहा है, ऐसे में चुनाव को सफल बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है. स्वास्थ्य विभाग नेताओं की सभाओं और मतदान केंद्रों पर लगने वाली भीड़ को देखते हुए कई अहम कदम उठा रहा हैं.
जनसभाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
पटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि पटना में अब बड़े वीआइपी नेताओं की सभाएं शुरू होने जा रही है, ऐसे में जहां भी चुनावी रैली होगी वहां स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक मेडिकल टीम मौजूद रहेगी. मेडिकल टीम के साथ एक एंबुलेंस होगी, टीम में डॉक्टर और नर्सेज रहेंगी, जीवन रक्षक दवाइयां होंगी, ताकि मेडिकल इमरजेंसी के कंडीशन में स्थिति को कंट्रोल किया जा सके. इसके अलावा इस बार सभी बड़ी चुनावी रैलियों में एक मेडिकल सेंटर होगा, जहां रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से कोरोना जांच भी संभव होगी.
चुनावी रैलियों में की जाएगी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग
वहीं, उन्होंने बताया कि जनसभाओं में थर्मल स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था होगी. उन्होंने बताया कि रैपिड एंटीजन के माध्यम से कोरोना जांच का बड़ी रैलियों में सेंटर बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके और इसके प्रति जागरूक भी किया जाए.
मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
पटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि कोरोना के दौर में चुनाव हो रहे हैं, ऐसे में लोग सुरक्षित मतदान केंद्रों पर मताधिकार का प्रयोग करने जाएं. इसमें स्वास्थ्य विभाग की बहुत बड़ी भूमिका है. उन्होंने बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह निर्देश दिया गया है कि आशा के माध्यम से प्रभात फेरी निकाली जा रही है, इस के तहत लोगों को कोविड-19 के नियमों का पालन करने की जानकारी दी जा रही है. इसके अलावा सभी प्रखंडों में आउटडोर के सामने एक बैनर लगाया जाएगा जिसमें कोविड-19 से बचाव के सभी एहतियाती नियमों की जानकारी होगी और मतदान के लिए जागरूकता का संदेश होगा.
मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मी होंगे नियुक्त
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि सभी पीएचसी में भर्ती मरीजों की पर्ची पर उस इलाके में जिस दिन मतदान है इसको लेकर एक मोहर लगी हुई होगी जिसके माध्यम से पेशेंट को यह बताया जाएगा कि आपके इलाके में इस दिन मतदान है. उन्होंने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर अलग-अलग प्रकार के स्वास्थ्य कर्मी रहेंगे. हर एक सेक्टर में एक डॉक्टर अटैच होगा जो सेक्टर में कोई भी घटना होने पर लोगों का प्राथमिक उपचार करेगा.
मतदान केंद्रों पर की गई आशाओं की नियुक्ति
सिविल सर्जन ने कहा कि मतदान बूथ पर आशा कर्मी के साथ एक सहायक रहेगा. आशा कर्मियों को मतदान केंद्र के अंदर प्रवेश करने वाले सभी लोगों का टेंपरेचर स्क्रीनिंग करने की ट्रेनिंग दी गई है और वह मतदान के लिए पहुंचने वाले सभी लोगों का टेंपरेचर स्क्रीनिंग करेंगी. इसके अलावा उनके जो सहायक होंगे वह लोगों का सैनिटाइजर से हैंड सैनिटाइज कराएंगे.
मतदान के दिन मास्क लगाना होगा अनिवार्य
वहीं, मतदान केंद्र के अंदर प्रवेश करने वाले सभी लोगों को चेहरे पर मास्क का प्रयोग करने के लिए आशा कर्मी प्रेरित करेंगी इसके अलावा अगर मास्क नहीं होगा तो उन्हें तौलिया या किसी अन्य कपड़े से मुंह ढककर ही अंदर प्रवेश की अनुमति देंगी. सिविल सर्जन ने बताया कि मतदान बूथ के अंदर प्रवेश करते समय लोगों को दाहिने हाथ का एक प्लास्टिक ग्लव्स दिया जाएगा जिसे पहनकर वह ईवीएम का बटन दबायेंगे और फिर पास में रखे कचरे के डब्बे में उस ग्लव्स को डिस्पोज कर देंगे.