हरि सहनी बने विधान परिषद में नेता विरोधी दल पटना:बिहार में भाजपा विरोधियों को चित करने में लगी है. पार्टी की ओर से एक बार फिर अति पिछड़ा कार्ड खेला गया है. विधान परिषद में पार्टी की ओर से अति पिछड़ा समुदाय से आने वाले नेता हरि सहनी को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. भाजपा की नजर अति पिछड़ा वोट बैंक पर है.
ये भी पढ़ें- Jagannath Mishra पुण्यतिथि के दौरान एक मंच पर आई BJP, JDU और कांग्रेस.. तीनों ने किया जगन्नाथ मिश्रा को याद
हरि सहनी बने विधान परिषद में विरोधी दल के नेता: बिहार बीजेपी की ओर से एक तीर से दो निशाना साधा गया है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से चौंका देने वाले फैसले लिए गए हैं. बिहार विधान परिषद में पार्टी की ओर से अधिक पिछड़ा समुदाय से आने वाले नेता को जिम्मेदारी दी गई है. अब बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल की भूमिका में हरि सहनी दिखेंगे. हरि सहनी को पार्टी की ओर से नेता विरोधी दल नियुक्त किया गया है.
पहले सम्राट चौधरी थे विरोधी दल के नेता: आपको बता दें कि हाल ही में हरि साहनी को एमएलसी बनाया गया था. अब हरि सहनी विधान परिषद में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की जगह लेंगे. पहले नेता विरोधी दल के पद पर सम्राट चौधरी काबिज थे. उनके अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से अलग-अलग नेताओं के नाम पर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अंततः अति पिछड़ा पर पार्टी ने दांव लगाया है.
नीतीश के वोट में सेंधमारी की कोशिश: बीजेपी ने अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले हरि चौधरी को विरोधी दल का नेता बनाकर एक तीर से दो निशाना साधा है. बीजेपी एक ओर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वोट बैंक पर सेंधमारी की कोशिश की गई है तो वहीं दूसरी तरफ मुकेश साहनी को भी झटका दिया गया है.
"सभी के सहमति से आज के तारिख से भाजपा विधान परिषद के नेता हरि सहनी होंगे. मैं इनको बधाई देता हूं."- सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार बीजेपी