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H3N2 Influenza Virus: पटना एम्स में 30 बेड का वार्ड तैयार, मरीज मिलते ही हो जाएगा एक्टिवेट

H3N2 Influenza Virus के मामले देशभर में लगातार बढ़ रहे हैं. केंद्र ने सभी राज्यों को इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. बीते दिनों पटना में एक महिला H3N2 की संदिग्ध मरीज मिली है. ऐसे में H3N2 इनफ्लुएंजा वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पटना एम्स पूरी तरह तैयार हो गया है. एम्स के डायरेक्टर जीके पॉल ने एम्स के वरीय पदाधिकारियों और चिकित्सकों के साथ इसको लेकर सोमवार को एक हाई लेवल बैठक की है.

H3N2 Influenza Virus
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Published : Mar 13, 2023, 6:38 PM IST

H3N2 Influenza Virus को लेकर तैयारी.

पटना: बिहार की राजधानी पटना में H3N2 Influenza Virus की संदिग्ध महिला मरीज (Influenza virus patient in Patna) मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. सोमवार को पटना एम्स के डायरेक्टर जीके पॉल ने एम्स के वरीय पदाधिकारियों और चिकित्सकों के साथ हाई लेवल बैठक की है. बैठक में उन्होंने H3N2 को लेकर पूरी तरह से अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. एम्स के डायरेक्टर कहा कि जो भी मरीज अस्पताल में वायरल की शिकायत को लेकर आ रहे हैं और H3N2 के सस्पेक्टेड नजर आ रहे हैं उनका अधिक से अधिक टेस्टिंग कराया जाए.

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"H3N2 इनफ्लुएंजा वायरस को लेकर अधिक पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है. पटना एम्स में इसको लेकर पूरी तैयारी है. इसकी संक्रामकता को देखते हुए अस्पताल में 30 बेड का वार्ड तैयार किया गया है. यह वार्ड अभी फंक्शनल नहीं है, लेकिन जैसे ही अस्पताल में H3N2 का एक भी मरीज मिलेगा 5 मिनट के अंदर यह अवार्ड पूरी तरह एक्टिवेट हो जाएगा. मरीज को वार्ड में ले जाकर आइसोलेट कर दिया जाएगा"- डॉक्टर जीके पॉल, निदेशक, पटना एम्स

अधिक संक्रामक है लेकिन सीवियरिटी कम हैः डॉक्टर जी के पॉल ने बताया कि पर्याप्त संख्या में अस्पताल में टेस्टिंग किट उपलब्ध है. एम्स की ओपीडी में यदि इसका कोई सस्पेक्टेड मरीज आता है तो उसकी जांच की जाएगी और फिर यदि टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव हो जाता है तो उसे आइसोलेट कर दिया जाएगा. H3N2 इनफ्लुएंजा वायरस के लक्षण पूरी तरह से कोविड-19 की चौथी वेव में जो ओमीक्रॉन वैरीअंट आया था ठीक उसी प्रकार लक्षण है. यह भी अधिक संक्रामक है लेकिन सीवियरिटी इसकी कम है.

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इसके लक्षण कोरोना से मिलते हैंः उन्होंने कहा कि जो लोग कोमोरबिड (जब किसी व्यक्ति को एक ही समय में एक से अधिक रोग या स्थिति होती है )हैं, हृदय रोग उच्च रक्तचाप किडनी संबंधित बीमारियों से ग्रसित है उनके लिए यह घातक हो सकता है. इस बीमारी से बचाव भी वही है जो कोरोना के लिए है. क्योंकि इसके लक्षण कोरोना से मिलते हैं. इसके संक्रमण में भी सबसे पहले फेफड़ा इनफेक्टेड होता है. इसलिए जरूरी है कि किसी को H3N2 के लक्षण आ रहे हैं वह चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें, भीड़भाड़ वाली जगह पर ना जाएं और हैंड हाइजीन पर विशेष ध्यान दें.

पैनिक होने की आवश्यकता नहीं: पटना एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ सी एम सिंह ने कहा कि कोरोना वैक्सीन और इनफ्लुएंजा के वैक्सीन दोनों अलग हैं. इनफ्लुएंजा सामान्य फ्लू है और फ्लू वैक्सीन मार्केट में आसानी से उपलब्ध है. लेकिन, सभी को फ्लू वैक्सीन लेने की आवश्यकता नहीं है. जो लोग हेल्थ केयर वर्कर हैं, जो सस्पेक्टेड के अधिक संपर्क में रहते हैं उन लोगों को यह वैक्सीन लेनी चाहिए. इसके अलावा जो लोग कोमोरबिडिटी के शिकार हैं, जो ओल्ड एज की समस्या से जूझ रहे हैं ऐसे लोग वैक्सीन ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि यह एक नॉर्मल वायरस है लेकिन H3N2 के संक्रमण में गले में कफ की शिकायत 4 से 5 सप्ताह तक रहती है. इसको लेकर अधिक पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है.

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