पटना:बसंत पंचमी के आगमन के साथ ही मां शारदे की पूजा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ की जा रही है. खासतौर पर छात्र मां सरस्वती की आराधना को लेकर उत्साहित हैं. ऐसे में पेशे से शिक्षक गुरु रहमान सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहे हैं.
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल: गुरु रहमान 25 सालों से कर रहे हैं सरस्वती पूजा - Example of communal harmony
गुरु रहमान पिछले 25 सालों से वैदिक विधि विधान से मां सरस्वती की पूजा आराधना कर रहे हैं. उनका कहना है कि विद्या की जरूरत सभी को होती है. इसलिए सभी को मां सरस्वती की अराधना करनी चाहिए.
सरस्वती पूजा सबको करनी चाहिए
विद्या की देवी मां सरस्वती पूजा को लेकर छात्रों में ज्यादा उत्साह रहता है. लेकिन पटना के रहने वाले गुरु रहमान सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहे हैं. गुरु रहमान पिछले 25 सालों से वैदिक विधि विधान से मां सरस्वती की पूजा आराधना कर रहे हैं. उनका कहना है कि विद्या की जरूरत सभी को होती है. इसलिए सभी को मां सरस्वती की अराधना करनी चाहिए.
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
गुरु रहमान पेशे से शिक्षक हैं और गरीब छात्रों को मुफ्त में शिक्षा देते हैं. मां शारदे की पूजा आराधना गुरु रहमान बड़े ही शिद्दत के साथ करते हैं. पूरे वैदिक विधि विधान से मां शारदे की पूजा उनके नेतृत्व में छात्र और छात्राएं करती हैं. उनका मानना है कि सरस्वती विद्या की देवी है और विद्या हर छात्र की जरूरत है. ऐसे में सभी धर्मों के छात्रों को मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए.