पटना: पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के नाम से फेक अकाउंट बनाकर सोशल मीडिया पर अनर्गल बातें की जा रही है. इसको लेकर गुप्तेश्वर पांडे खासा नाराज नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि इस विषय को लेकर मैं एफआईआर करूंगा.
पूर्व डीजीपी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मेरे नाम से फ़ेक अकाउंट बना कर बिहार के माननीय मुख्यमंत्री के बारे में गलत टिप्पणी की जा रही है. अभी FIR कर रहा हूँ. ऐसे साइबर अपराधियों से सावधान रहें कृपया.' बता दें कि तीन दिन पहले ही गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस लिया है.
राजनीति में भाग्य आजमाना चाहते हैं गुप्तेश्वर पांडे
कयास लगाया जा रहा है कि गुप्तेश्वर पांडे वीआरएस लेकर राजनीति में भाग्य आजमाना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की टिकट पर पूर्व डीजीपी भाग्य आजमाना चाहते हैं. यह दूसरा मौका है जब गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस लिया. इससे पहले बक्सर लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस लिया था. लेकिन टिकट नहीं मिलने पर काफी संघर्ष के बाद नौकरी में वापसी हुई.
2009 में भी लिया था वीआरएस
बता दें कि 27 फरवरी 2009 को गुप्तेश्वर पांडे ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दिया था. पुलिस मुख्यालय ने एक आवेदन 3 मार्च 2009 को भेज दिया था. उनके अनुरोध पर इन्हें 15 मार्च 2009 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की अनुमति दी गई थी. एक बार फिर गुप्तेश्वर पांडे ने 22 सितंबर 2020 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन दिया. उसे स्वीकार कर लिया गया है.
रॉबिनहुड के रूप में गुप्तेश्वर पांडे
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में गुप्तेश्वर पांडेय का अंदाज और एक्शन देखने लायक है. उनके वीआरएस लेने के एक दिन बाद ही यह वीडियो सामने आया है. गाने में गुप्तेश्वर पांडेय का जिक्र बिहार के रॉबिनहुड के रूप में किया गया है. गाने में गुप्तेश्वर पांडेय को जनता का हीरो बताया गया है. साथ ही उनके काम की भी जमकर तारीफ की गई हैं. इसको लेकर राजनीति भी चरम पर है.