पटना: राजधानी में जहां एक तरफ कोरोना महामारी ने तेज रफ्तार पकड़ ली है, तो वहीं दूसरी ओर कोरोना जांच सेंटरों पर टेस्ट कराने वालों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई हैं. इसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है. राजधानी पटना के इनकम टैक्स स्थित पाटलिपुत्र अशोका होटल जांच सेंटर में सैकड़ों लोग कोरोना जांच के लिए पहुंचे हैं. जहां व्यवस्था नहीं होने के कारण गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है.
ये भी पढ़ें:पटना में प्रचार गाड़ी से जागरूकता अभियान, शहर वासियों से घरों में रहने की अपील
सोशल डिस्टेंसिंग की टीम निष्क्रिय
राजधानी पटना में जिला प्रशासन की तरफ से सभी कोरोना जांच केंद्रों पर एक पदाधिकारी के साथ पांच सुरक्षाबलों की टीम लगाई गई है. जिसकी जिम्मेदारी है कि जांच केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो कराया जाए. लेकिन फिलहाल ये टीम निष्क्रिय नजर आ रही है. जांच केंद्रों पर भीड़ का आलम ये है कि शारीरिक दूरियों का पालन भी नहीं कर रहे हैं. होटल पाटलिपुत्र अशोका में चल रहे कोरोना जांच केंद्र की बात करें तो रविवार के दिन यहां लोगों की काफी भीड़ नजर आई और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल नजर नहीं आ रही है. मजिस्ट्रेट के साथ पांच की संख्या में तैनात पुलिस बल टेंट में आराम करते नजर आए.
जांच केंद्र की व्यवस्था से नाराजगी
पाटलिपुत्र अशोक होटल में जहां RTPCR टेस्ट के लिए नोजल और ओरल स्वॉब लिया जा रहा है. वहां पर भी लोग एक दूसरे के शरीर से सट कर खड़े नजर आ रहे हैं. कोरोना जांच कराने आए लोग स्वास्थ विभाग द्वारा की गई इस व्यवस्था से काफी नाराज नजर आए और लोगों ने कहा कि यहां जो संक्रमित नहीं वह भी निश्चित तौर पर संक्रमित हो जाएंगे. इस जांच केंद्र पर व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां कोरोना जांच कराने पहुंचे युवक अमित ने बताया कि यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. प्रशासन की टीम यहां नजर नहीं आ रही और यहां की व्यवस्था से उन्हें काफी असंतोष है. कोरोना जांच केंद्र पर प्रशासन की तरफ से व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है. कोरोना जांच कराने पहुंची महिला चंदा देवी ने बताया यहां जांच केंद्र पर बहुत ही खराब व्यवस्था है.
इसे भी पढ़ें:कोरोना संक्रमण के दिखे लक्षण तो घबराएं नहीं, करें यह उपाय
बता दें कि जिला प्रशासन की तरफ से सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो कराने के लिए जो टीम लगाई गई. लेकिन ड्यूटी पर तैनात अधिकारी व सुरक्षाकर्मी टेंट में बैठकर आराम कर रहे हैं. ऐसे में इस टीम पर जिला प्रशासन की तरफ से कठोर कार्रवाई की जरूरत है ताकि प्रशासन के कर्मी जागरुक हो और अपने कर्तव्य को गंभीरता से समझे और संक्रमण रोकने के लिए जरूरी प्रयास करें.