पटना: बिहार में मंगलवार से प्रदूषण से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की शुरुआत हो रही है. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जन शिकायत निवारण पोर्टल के साथ ग्रीन स्कूल कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. सारा कार्यक्रम ऑनलाइन होगा. ऑनलाइन हो रहे इस पूरे कार्यक्रम के दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी फ्लाई ऐश ईट उद्यमियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर वेब आधारित संगोष्ठी में भी भाग लेंगे. इस दौरान 'फ्लाई एस इंडस्ट्री इन बिहार' किताब का विमोचन भी बिहार के उपमुख्यमंत्री करेंगे.
पटना: जन शिकायत निवारण पोर्टल के साथ ग्रीन स्कूल कार्यक्रम की शुरुआत - पर्यावरण संरक्षण
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी मंगलवार को बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद और सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरानमेंट के तत्वावधान में तैयार किए गए ग्रीन स्कूल कार्यक्रम का शुभारंभ करने जा रहे हैं. पहले चरण में इस योजना में राज्य के 6500 स्कूलों को शामिल किया जाएगा.
प्रदूषण से जुड़े कार्यक्रम की शुरुआत
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद के जनसंपर्क अधिकारी विरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण परिषद को आम लोगों से और अन्य स्रोतों से प्रदूषण से संबंधित शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं. इन शिकायतों के त्वरित निष्पादन के लिए अब एक ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली विकसित की गई है. इस प्रणाली के जरिए प्रदूषण संबंधी शिकायतों से संबंधित नोडल अधिकारी के काम की मॉनिटरिंग की जा सकेगी. जिससे कि सभी शिकायतों का निपटारा समय से हो सके. वहीं, जब शिकायत का निपटारा हो जाएगा तो उसकी सूचना पोर्टल के माध्यम से शिकायतकर्ता को दी जा सकेगी. इसके साथ ही मंगलवार से सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट नई दिल्ली के सहयोग से बिहार में ग्रीन स्कूल कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है.
कार्यक्रम से 6500 स्कूल हैं संबद्ध
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकों पर आधारित ज्ञान के अतिरिक्त पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना और उनका ज्ञान वर्धन करना है. पूरे देश में फिलहाल इस कार्यक्रम से कुल 6500 से अधिक स्कूल संबद्ध हैं. इस कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूलों की ओर से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए गए कार्यों का आकलन किया जाता है और इसके आधार पर स्कूलों की रैंकिंग की जाती है. कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद रहने के कारण विद्यार्थियों में पर्यावरण से जुड़े मुद्दों में अभिरुचि बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम ऑडिट एट होम की शुरुआत की जा रही है. जिससे स्कूली बच्चे घर से ही कार्यक्रम में पंजीकृत हो सकते हैं. ऑडिट एट होम कार्यक्रम का ऑनलाइन सर्वेक्षण कार्यक्रम 8 सितंबर से 30 सितंबर 2020 तक किया जा सकेगा.