पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पहले कार्यकाल में भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाए थे. उस दौरान भ्रष्ट अधिकारियों की संपत्ति को जब्त कर उनके आलीशान भवन में स्कूल खोला जा रहा था. अब एक बार फिर भ्रष्ट अधिकारी कार्रवाई की जद में हैं.
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के आशुलिपिक रामाशीष सिंह यादव की संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. निगरानी थाना कांड संख्या 25 /2006 के तहत कार्रवाई की गई. रामाआशीष सिंह की 41 लाख 89 हजार रुपए की चल-अचल संपत्ति जब्त की जाएगी.
DST विभाग के आशुलिपिक पर कार्रवाई के आदेश करोड़ों की संपत्ति होगी जब्त
विशेष न्यायालय निगरानी ने पटना के प्राधिकृत पदाधिकारी शाहपुर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विपुल सिन्हा ने रामाआशीष सिंह यादव की एक करोड़ों की चल-अचल संपत्ति अधिहरण के लिए आदेश पारित कर दिया है.
आय से अधिक संपत्ति का मामला
बता दें कि अभियुक्त रामाशीष सिंह यादव के विरुद्ध निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में आय से अधिक संपत्ति रखने के संबंध में गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी. इसकी जांचकर शिकायत सही पाए जाने के बाद रामाशीष यादव के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471, 477A, 120B के तहत कार्रवाई की गई.
बाजार में 10 करोड़ है कीमत
अनुसंधान उपरांत प्राथमिकी की धाराओं में आरोप पत्र न्यायालय को समर्पित किया गया. रामाशीष यादव के पास जितनी संपत्ति है. बाजार में इसकी कीमत 10 करोड़ से बताई जा रही है.