विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष पटनाः बिहार विधानसभा केमानसून सत्र के हंगामे का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. तीसरे दिन लगभग 25 मिनट तक कार्रवाई चली, भाजपा ने आज भी सदन में जमकर हंगामा किया पार्टी के तमाम नेता व्हेल में पहुंच गए और विधानसभा अध्यक्ष को पोस्टर दिखाने लगे, जिसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. इसके बाद सदन से बाहर आए नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सरकार पर आरोपों की बौछार कर दी.
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'विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा':विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि आसन से विपक्ष को संरक्षण नहीं मिल रहा है विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है. हमें पूरक प्रश्न पूछने की इजाजत नहीं दी जा रही है. इसके अलावा मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार को लेकर जवाब देने को तैयार नहीं हैं. किसान सलाहकारों पर लाठियां बरसाई जा रही है और शिक्षकों को अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. सरकार पूरी तरह से मनमानी कर रही है.
'छात्रों को लाठी से पिटवा रही सरकार' :नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार ने कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन आज छात्रों को लाठी से पिटवा रहे हैं. नीतीश कुमार के भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई को लेकर पूरा देश दिवाना था, लेकिन आज सीएम ने भ्रष्टाचारियों से समझौता कर लिया है.
"जब तक विपक्ष को तवज्जो नहीं दी जाती है तब तक हमारा हंगामा जारी रहेगा. मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार को लेकर जवाब देने को तैयार नहीं हैं. उनसे इस्तीफे लेने को तैयार नहीं हैं. इसलिए हम लोगों ने फैसला किया है कि जब तक हमारी बात नहीं सुनी जाएगी, तब तक हमलोग सदन नहीं चलने देंगे"- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
'विपक्ष ने गैर संवैधानिक काम किया': वहीं, बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नेता विरोधी दल के इशारे पर विपक्ष के सदस्यों ने असंवैधानिक और दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य किया है जिसे पूरे देश की जनता ने देखा है. इन्हें प्रश्न पूछने का साहस नहीं है, इन्होंने कुर्सी तोड़ी है, मेज पटकी है और गैर संवैधानिक काम किया है. सदन नियम से चलता है चाहे नेता विरोधी दल हो या फिर कोई सदस्य हो हर किसी के लिए नियम बराबर है.
"नेता विरोधी दल सदस्यों को उकसा कर जान बूझकर हंगामे की स्थिति पैदा की गयी है. सदन की कार्रवाई पूरी देश की जनता देख रही है कि कैसे गुंडागर्दी की जा रही है. बेल में सभी सदस्यों को उतारा और खुद जाकर वहां पर उकसाते हुए कुर्सी तोड़ी. 20 वर्षों से सदन के सदस्य हैं, लेकिन हमने ऐसा कभी नहीं देखा कि नेता विरोधी दल अपने सदस्यों को अपने सवाल के लिए उकसाता हों"-श्रवण कुमार, मंत्री, बिहार सरकार
सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित: आपको बता दें कि भाजपा की ओर से आरोप लगाया गया कि अध्यक्ष की ओर से विपक्ष को संरक्षण नहीं मिल रहा था और पूरक प्रश्न पूछने नहीं दिया जा रहा था. यही वजह है कि तमाम सदस्यों ने वेल में जाकर हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद सदन की कार्यवाही कल 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.