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पहले आश्वासन देकर आंदोलनकारी शिक्षक अभ्यर्थियों को किया शांत, अब सुध नहीं ले रही सरकार

बिहार में जुलाई 2019 में शुरू हुई प्राथमिक शिक्षकों के छठे चरण की नियोजन की प्रक्रिया एक बार फिर लटक गई है. बड़े आंदोलन के बाद सरकार की तरफ से शिक्षक अभ्यर्थियों को आश्वासन मिला था कि कुछ दिनों में ही काउंसलिंग की डेट आ जाएगी. लेकिन एक बार फिर विभाग ने चुप्पी साध ली है. आखिर क्या है पूरा मामला. देखिए यह रिपोर्ट...

आक्रोशित शिक्षक अभ्यर्थी
आक्रोशित शिक्षक अभ्यर्थी

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Published : Feb 3, 2021, 4:49 PM IST

पटना: करीब डेढ़ साल पहले बिहार में करीब 90,700 पदों पर प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया शुरू हुई थी. विभिन्न वजहों से यह छठे चरण का नियोजन चलता रहा और आखिरकार पिछले साल दिसंबर महीने में पटना हाई कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने नियोजन का शेड्यूल जारी किया. लेकिन जनवरी महीने में शेड्यूल के मुताबिक काउंसलिंग की डेट जारी नहीं हुई. जिसके बाद अभ्यर्थियों को आशंका हुई कि सरकार बहाली में देर कर रही है या बहाली ही नहीं करना चाहती.

आक्रोशित शिक्षक अभ्यर्थी

आश्वासन नहीं मिलने पर धरना पर बैठे
इस मामले में जब कहीं से कोई आश्वासन नहीं मिला, तो हजारों शिक्षक अभ्यर्थी पटना में 18 जनवरी से आंदोलन पर बैठ गए. आंदोलन के दौरान लाठीचार्ज भी हुआ और हाईप्रोफाइल ड्रामा हुआ. जब इस पूरे मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उतरे. क्योंकि प्रशासन ने अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग धरना स्थल पर लगातार धरना देने से ही मना कर दिया था. इसके बाद अभ्यर्थी इको पार्क गए. वहां उनकी मदद के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे.

देखें रिपोर्ट

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तेजस्वी ने खुद अधिकारियों से की थी बात
तेजस्वी यादव ने खुद फोन से डीएम, डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी से बात की. तब शिक्षक अभ्यर्थियों को एक बार फिर गर्दनीबाग धरना स्थल अलॉट किया गया. आखिरकार सरकार के आश्वासन के बाद 30 जनवरी को अभ्यर्थियों ने अपने आंदोलन को खत्म करने की घोषणा की.

आश्वासन के बाद समाप्त हुआ था आंदोलन
आंदोलन खत्म करने से पहले सरकार की ओर से यह आश्वासन मिला था कि दो-तीन दिनों में काउंसलिंग की डेट की घोषणा कर दी जाएगी. लेकिन अब एक बार फिर यह मामला कहीं ना कहीं खटाई में पड़ता नजर आ रहा है. शिक्षक अभ्यर्थी आशंका जता रहे हैं कि आश्वासन देने के बाद एक बार फिर सरकार ने चुप्पी साध ली है. शिक्षक आंदोलन में शामिल रहे पप्पू कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग से आश्वासन मिलने के बाद ही हम लोगों ने अपना आंदोलन वापस लिया था.

पप्पू कुमार, शिक्षक अभ्यर्थी

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48 घंटे में शिड्यूल जारी करने का मिला था आश्वासन
आंदोलन में शामिल अभ्यर्थी ने कहा,हमें बताया गया था कि 48 घंटे में काउंसलिंग का शेड्यूल जारी हो जाएगा. लेकिन अब जिस तरह से शिक्षा विभाग ने चुप्पी साध ली है. हमें आशंका सता रही है कि कहीं फिर से यह प्रक्रिया अधर में तो नहीं लटक गई. वहीं एक ओर अभ्यर्थी आदित्य कुमार ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द काउंसलिंग का शेड्यूल जारी करे. नहीं तो हमें फिर से धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा.

आदित्य कुमार, शिक्षक अभ्यर्थी

कहां फंसा है मामला
ईटीवी भारत ने काउंसलिंग का शेड्यूल जारी नहीं होने की वजह जानने की कोशिश की. इस बारे में ईटीवी भारत की टीम जब प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ रणजीत कुमार सिंह के पास पहुंची तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. उनका कहना है कि मामला कोर्ट में है. इसलिए हम कुछ नहीं कह सकते. उन्होंने बताया कि दिव्यांग अभ्यर्थियों ने नियोजन को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक याचिका डाली है. जिसकी वजह से फिलहाल हम काउंसलिंग की डेट जारी नहीं कर पा रहे हैं.

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हाईकोर्ट में जल्द हो सकती है सुनवाई
हाईकोर्ट में इस मामले में जल्द सुनवाई होने के आसार हैं. जैसे ही वहां से हमें हरी झंडी मिल जाएगी, उसके बाद काउंसलिंग की डेट विभाग जारी कर देगा. जानकारी के मुताबिक दिव्यांग अभ्यर्थियों से जुड़ा मामला माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन से संबंधित है. यह मामला कोर्ट में अभी चल रहा है और दिव्यांग अभ्यर्थियों के केस की वजह से ही माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया भी रुकी हुई है.

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