पटनाः स्वच्छ भारत मिशन के तहत बिहार के नगर निकायों को बेहतर रैंकिंग मिले, इसे लेकर पटना में सभी नगर निकायों को नगर विकास विभाग की तरफ से टिप्स दिए गए. इस दौरान बिहार के सभी 142 नगर निकायों के प्रतिनिधि मौजूद थे. जिन्हें साफ-सफाई से लेकर प्लास्टिक बैन और ओडीएफ समेत तमाम मानकों में कैसे बेहतर किया जाए और कैसे स्वच्छ सर्वेक्षण में बिहार की रैंकिंग सुधरे, इसको लेकर विशेषज्ञों ने सलाह दी.
द्वीप प्रज्जवलित करते अतिथि स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम
स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के तहत नगर निकायों की साफ-सफाई और गार्बेज फ्री सिटी, ओडीएफ, प्लास्टिक फ्री सिटी और सिटीजन फीडबैक के आधार पर मार्क्स मिलेंगे और उनकी रैंकिंग तय होगी. इसी को लेकर पटना के विज्ञान भवन में नगर विकास और आवास विभाग ने एक राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया. जिसमें बिहार के सभी 142 नगर निकायों के महापौर, अध्यक्ष, नगर आयुक्त, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर प्रबंधक और डाटा एंट्री ऑपरेटर शामिल हुए.
नगर विकास और आवास मंत्री सुरेश शर्मा स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के 4203 शहर लेंगे भाग
दरअसल स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत नगर निकायों के कार्य पर आधारित मूल्यांकन जनवरी 2020 से फरवरी 2020 तक किया जाएगा. इस वर्ष देश के सभी 4203 शहर इसमें भाग ले रहे हैं. सर्वेक्षण में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए जन भागीदारी को भी सुनिश्चित किया जाना है. इस वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण कुल 6000 अंकों का होगा. जिसमें सिटीजन फीडबैक, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, गार्बेज फ्री सिटी और ओडीएफ के साथ सर्विस लेवल प्रोग्रेस के लिए मार्क्स दिए जाएंगे.
स्वच्छ सर्वेक्षण में विकास विभाग ने नगर निकायों को दिए नए-नए टिप्स सरकार स्मार्ट सिटी पर दे रही विशेष ध्यान
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नगर विकास और आवास मंत्री ने सभी नगर निकायों को उत्साहपूर्वक स्वच्छ सर्वेक्षण में भाग लेने को प्रोत्साहित किया. इस मौके पर विभाग के प्रधान सचिव जतन प्रसाद और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. नगर विकास और आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि सरकार का ध्यान स्मार्ट सिटी पर विशेष रूप से है, ताकि वो स्वच्छ रैंकिंग में जगह बनाए. बिहार में पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहार शरीफ का चयन स्मार्ट सिटी के रूप में हुआ है.