पटना: राज्यभर के डॉक्टर शनिवार को हड़ताल पर चले गए हैं. इस कारण स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं. नालंदा में हुए डॉ. प्रियरंजन प्रियदर्शी की हत्या के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर 12 घंटे के लिए डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कामकाज ठप रहेगा. सभी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा को छोड़कर ओपीडी सेवा बाधित रहेगी. मेडिकल कॉलेज, सदर अस्पताल और पीएचसी तक में स्वास्थ्य सेवाएं ठप रखने का ऐलान किया गया है.
पटना: साथी की हत्या के विरोध में हड़ताल पर गए बिहार के सभी डॉक्टर, मरीज परेशान - doctors on strike to protest against murder in patna
हत्यारों की गिरफ्तारी और अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. इस हड़ताल के कारण सरकारी और निजी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो जाने के कारण मरीजों का इलाज बाधित हो गया है.
'मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं'
डॉक्टरों की हड़ताल का कितना असर अस्पताल में है और मरीज कितने परेशान हैं. इसको जानने के लिए ईटीवी भारत संवाददाता आयकर चौराहा के पास न्यू गार्डियन हॉस्पिटल में पहुंचे. तो वहां छपरा, आरा, पटना सिटी सहित विभिन्न जगहों से आए मरीज काफी परेशान दिखे. मरीजों ने बताया कि हमें इस बात की जानकारी नहीं थी कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं. ओपीडी सेवा ठप है, मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.
सुरक्षा की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ हड़ताल
बता दें कि कुछ दिन पहले नालंदा में डॉक्टर की हत्या से दुखी डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा की मांग सरकार से लगातार कर रहे हैं, लेकिन सरकार इन डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराने में विफल साबित हो रही है, जिसको लेकर आज आक्रोशित डॉक्टरों ने 12 घंटे का हड़ताल किया है. इस कारण मरीजों को काफी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.