पटना : राजधानी पटना के कदमकुआं स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र के मौके पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्वर्ण प्राशन संस्कार संपन्न किया गया. इस मौके पर 155 बच्चों को स्वर्ण प्राशन की खुराक दी गई. वहीं, अभिभावकों से फीडबैक भी लिया गया जिन्हें पूर्व से स्वर्ण प्राशन की खुराक दी जा रही है.
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155 बच्चों को दी गई खुराक
अभिभावकों ने चिकित्सकों को बताया कि बच्चे अब पहले से ज्यादा स्वस्थ रह रहे हैं. अगर उन्हें सर्दी-खांसी-बुखार हो भी रहा है तो एक से दो दिन के अंदर ठीक भी हो जा रहे हैं. आयुर्वेद कॉलेज एवं अस्पताल के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद चौरसिया ने बताया कि स्वर्ण प्राशन की खुराक 12 साल के बच्चों को दिया जा रहा है. इसका छोटे बच्चों में अप्रत्याशित लाभ देखने को मिला है. यह औषधि बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी लाभदायक सिद्ध हो रही है.
'स्वर्ण भस्म, व्राह्मीधृत और मधु मिलाकर 6 घंटा मर्दन कर बनाया जाता है. इससे बच्चों की पाचन शक्ति बढ़ती है. शारीरिक व मानसिक बल में विकास होता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.':- डॉ. अरविंद चौरसिया, शिशु रोग विभागाध्यक्ष