पटना: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 20 अभियुक्तों में से 19 को दोषी माना है. इस मामले पर फैसला आने के बाद मगध महिला कॉलेज की छात्राओं ने कोर्ट के फैसले पर काफी खुशी जताई. इस मामले पर छात्राओं का कहना था कि फैसला आने में काफी देर हुई है और कई सफेदपोशों को बचाया गया है.
शेल्टर होम मामला: फैसले पर छात्राओं ने जताई खुशी, कहा- कई सफेदपोश अब भी गिरफ्त से हैं दूर
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड मामले में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 20 अभियुक्तों में से 19 को दोषी माना है और एक को बरी किया है. कोर्ट ने इस पूरे प्रकरण के लिए बृजेश ठाकुर को मास्टरमाइंड बताया है और 15 सौ 46 पेज में फैसला सुनाते हुए दुष्कर्म, जुवेनाइल एक्ट और पास्को एक्ट में दोषी ठहराया है.
'कई दिनों तक खुले में घूम रहे थे आरोपी'
ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए फैसला सुनाया गया है. वहीं, अंकिता ने बताया कि फैसले से थोड़ी खुशी तो है. लेकिन जब यह मामला दर्ज हुआ था उसके कई दिनों बाद तक आरोपी खुलेआम घूम रहे थे. कोर्ट ने कई आरोपियों को सजा तो सुनाई लेकिन अभी भी कई ऐसे सफेदपोश हैं. जिन्हें सरकार की ओर से बचाया गया है.
20 अभियुक्तों में से 19 दोषी करार
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड मामले में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 20 अभियुक्तों में से 19 को दोषी माना है और एक को बरी किया है. कोर्ट ने इस पूरे प्रकरण के लिए बृजेश ठाकुर को मास्टरमाइंड बताया है और 15 सौ 46 पेज में फैसला सुनाते हुए दुष्कर्म, जुवेनाइल एक्ट और पास्को एक्ट में दोषी ठहराया है. इस मामले में 28 जनवरी को सजा का ऐलान होगा.