पटना: जम्मू-कश्मीर में सरकार की तरफ से जारी एडवायजरी के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है. कश्मीर की सियासी पार्टियां इसे विशेष राज्य के दर्जें के साथ छेड़छाड़ के रूप में देख रही है. वही कश्मीर के राजनेताओं के बयानबाजी पर गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर निशाना साधा है.
दरअसल खुफिया इनपुट पर एडवायजरी
दरअसल खुफिया इनपुट मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने एडवायजरी कर अमरनाथ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को वापस लौटने का सुझाव दिया है. जिसे कश्मीर की पार्टियां 35(ए )के साथ छेड़छाड़ के रूप में देख रही है. इस संदर्भ में कल रात राज्यपाल सत्यपाल मलिक से पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला सहित कई विपक्षी नेताओं ने मुलाकात की. मुलाकात के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पीएम से विशेष दर्जें के साथ छेड़छाड़ नहीं करने का अनुरोध किया. जबकि राज्यपाल ने राजनेताओं को किसी भी प्रकार के अफवाहों से बचने और पार्टी समर्थकों से शान्ति बनाए रखने की अपील की.
सरकार के तरफ से जारी एडवायजरी कश्मीरी नेताओं पर साधा निशाना
कश्मीर में तेजी से बदले राजनीतिक हालात पर केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर निशाना साधा. गिरीराज सिंह ने ट्वीट में लिखा कि कश्मीर की जनता खुश है. यहां के लोग आराम से रह रहे हैं. भयवीत वो हैं जो आतंकी है या जिनको आतंकियों से प्रेम है. इससे पहले शुक्रवार को सेना के अधिकारी ने कहा कि अमरनाथ यात्रा मार्ग पर सेना को भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा मिला है. इसमें अमेरिकी एम-24 स्नाइपर राइफल भी शामिल है.
आतंकियों के निशाने पर अमरनाथ यात्रा
जम्मू-कश्मीर सरकार की तरफ से जारी पत्र में लिखा गया कि अमरनाथ यात्रा को आतंकी निशाना बना सकते हैं. इस कारण यात्रा की अवधि कम किए जाने की अपील की जाती है. प्रधान गृह सचिव की ओर से जारी सुझाव में कहा गया है कि आतंकी खतरे के खुफिया इनपुट मिले हैं. इसमें विशेष रूप से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाना शामिल है. पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें घाटी में न रूकने की सलाह दी गई है. जल्द से जल्द वापस लौटने का भी सुझाव दिया गया है.
सेना द्वारा बरामद किया गया स्नाइपर