पटना: लॉकडाउन के कारण व्यापारियों के आर्थिक हालात बिगड़ते जा रहे हैं. वहीं, कपड़ा व्यापारी अब अपना व्यापार बदलकर सड़कों पर मास्क सैनिटाइजर और पीपीई किट बेचते नजर आ रहे हैं. आर्थिक चपेट में कपड़ा व्यवसायी ऐसा करने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
'बंद पड़ी दुकानों में चूहे काट रहे गारमेंट्स, चपत के बाद मास्क और PPE किट बेचना मजबूरी' - बिहार सरकार
गारमेंट्स व्यवसायी कहते हैं कि दुकानों का शटर बंद होने से कपड़े धूल फांक रहे हैं. चूहे कपड़ा कुतर दे रहे हैं, इससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. लिहाजा, वो मास्क बेचने को विवश हैं.
जारी लॉकडाउन की वजह से कपड़ा व्यापारियों को काफी आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है. लंबे समय के लॉकडाउन ने कपड़ा व्यापारियों की कमर तोड़कर रख दी है. पटना के ठाकुर बारी रोड में मौजूद दर्जनों कपड़ा व्यापारी अपने दुकान का शटर गिराकर दुकान के बाहर मास्क सैनिटाइजर हैंड ग्लब्स और पीपीई किट बेच रहे हैं.
'चूहे कुतर रहे कपड़े'
राजधानी पटना के ठाकुर बारी रोड के भारती भवन के नजदीक मधु वस्त्रालय के नाम से कपड़े की दुकान चला रहे चंदन कहते हैं कि इस लॉक डाउन के कारण उनके कपड़े का व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया है. दुकान में रखे कपड़ों के स्टॉक को चूहे कतर रहे हैं. अब उनके और उनके परिवार के सामने भी आर्थिक संकट आ गया है. दुकान की जमापूंजी और घर की जमापूंजी दोनों में चपत लग गई है. अपनी रोजी रोटी चलाने के लिए मजबूरन उन्हें दुकान का शटर गिराकर सड़क पर काउंटर लगाना पड़ रहा है.