पटना: जिले का गार्डिनर रोड अस्पताल बड़े हॉस्पिटल में तब्दील होगा. विधान परिषद में एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने यह घोषणा की है. एमएलसी संजय कुमार सिंह के सवाल जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसे एक बड़े अस्पताल में परिवर्तित करने का प्रस्ताव विभाग में विचाराधीन है.
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बिहार विधान परिषद में ध्यानाकर्षण के तहत संजय कुमार सिंह ने न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल से जुड़ा सवाल उठाया था. उन्होंने कहा कि न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री को जवाब देना चाहिए. इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि पटना का न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है. जहां मधुमेह, थायराइड नेफ्रोलॉजी और हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज किया जाता है. उन्होंने बताया कि यहां कुल 14 पदों के विरूद्ध 9 चिकित्सक पदस्थापित हैं और 5 अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं. यानी कुल 14 पदों के विरुद्ध 14 काम कर रहे हैं.
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बड़े अस्पताल में बदलने का प्रस्ताव विचाराधीन
उन्होंने बताया कि एक बार पंजीकरण कराने के बाद 1 माह तक कोई पंजीकरण शुल्क नहीं लिया जाता है. यहां कुल 67 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. अस्पताल में केएफटी, एलएफटी, सिरम इलेक्ट्रोलाइटिस 36 प्रकार की जांच की व्यवस्था है. इंसुलिन, फैक्टर 8 और 9 जैसे आवश्यक और महंगी दवाएं भी दी जा रही हैं. अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा है. साथ ही एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की भी सुविधा दी जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में प्रबंधन की व्यवस्था भी बेहतर है. उन्होंने कहा कि भविष्य में मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इस अस्पताल को बड़े अस्पताल में बदलने का प्रस्ताव भी शासन में विचाराधीन है.