पटना: हरतालिका तीज (Hartalika Teej) के अगले सुबह से गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturdashi) यानी गणेश पूजा की शुरुआत हो जाती है. पूजा 10 दिनों तक चलती है. इस साल कोरोना संक्रमण के कारण बाजारों में रौनक थोड़ी कम दिख रही है. हालांकि लोगों में काफी उत्साह है. लोग शुक्रवार को सुबह-सुबह ही भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने के लिए मार्केट में निकल पड़े.
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बता दें कि गणेश चतुर्थी काफी धूमधाम से पूरे देश में मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में पटना के बेली रोड में लोग बड़ी संख्या में मूर्ति खरीदने पहुंच रहे हैं. यहां राजस्थान से आए कारीगर प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति बनाते और बेचते हैं. कोरोना संक्रमण काल के कारण पिछले साल कम संख्या में मूर्तियों की बिक्री हुई थी. इस साल गणेश जी की मूर्तियों की बिक्री में थोड़ा इजाफा हुआ है. इससे मूर्तिकारों में खुशी देखने को मिल रही है.
मूर्ति खरीदने आए हर्षवर्धन ने कहा, 'हम लोग गणेश जी की मूर्ति खरीदने आए हैं. मूर्ति की स्थापना अपने घर में करेंगे.' वहीं, पटना के अनीसाबाद से मूर्ति खरीदने पहुंचे विजय ने कहा, 'हम लोग घर में ही गणेश जी की पूजा करेंगे. कोरोना संक्रमण काल है इसके चलते सावधानी बरतना जरूरी है.' राजस्थान से आए मूर्तिकार शंकर ने कहा, 'पिछले साल की अपेक्षा इस साल बिक्री में थोड़ी वृद्धि हुई है. हालांकि कोरोना का असर इस साल भी है.'
बता दें कि गणेश उत्सव भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि से चतुर्दशी तक आयोजित किया जाता है. इसके बाद चतुर्दशी को भगवान गणेश का विसर्जन किया जाता है. कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन गणपति भगवान का जन्म हुआ था. इस दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और कष्टों का निवारण होता है. 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का समापन 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन होगा.
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