बिहार में बाढ़: कई स्थानों पर गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर - कमला बलान नदी
गंडक नदी का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर है. कोसी नदी (Kosi River) का जलस्तर बसुआ में खतरे के निशान से 52 सेंटीमीटर नीचे था.
Gandak river water leve
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Published : Jun 20, 2021, 8:42 PM IST
पटना: बिहार के पटना जिले में एक बार फिर नदियों का जलस्तर (Water level of River) खतरे के निशान से ऊपर आ गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक नदी (Gandak River) का जलस्तर रीवा घाट में खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 28 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है.
खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर था. जलस्तर में 23 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. गंडक नदी का जलस्तर चटिया में खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना है.
जलस्तर बढ़ने की संभावना बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लालबेगिया घाट में खतरे के निशान से 106 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 20 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. कमला बलान (Kamla Balan River) नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 31 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है.
खतरे के निशान से नीचे कोसी नदी (Kosi River) का जलस्तर बसुआ में खतरे के निशान से 52 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 17 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. गंगा नदी का जलस्तर पटना के प्रमुख घाटों सहित सभी स्थानों पर खतरे के निशान से अभी नीचे है.
गंगा के प्रमुख घाट
खतरे का निशान
आज का जलस्तर (मीटर में)
दीघा घाट
50.45
46.40
गांधीघाट
48.60
46.97
हाथीदह
41.76
39.19
पिछले 24 घंटे के दौरान बिहार में कई स्थानों पर 50 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है--
बक्सर में 59 मिलीमीटर
मुंगेर में 127 मिलीमीटर
भागलपुर में 74 मिलीमीटर
कहल गांव में 105 मिलीमीटर
हाजीपुर में 89 मिलीमीटर
बीरपुर में 61 मिलीमीटर
कुर्सेला में 107 मिलीमीटर
समस्तीपुर में 72 मिलीमीटर
16 जून को भी उफान पर थी नदियां बता दें कि बीते 16 जून को भी नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाके में हो रही बारिश के चलते गंडक, बागमती, कमला बलान समेत कई नदियां उफना पर आ गई थीं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने गंडक नदी (Gandak River) के अधिकांश जल ग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई थी. इसके साथ ही बागमती और अवधारा समूह की नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में भी वर्षा होने की आशंका जताई थी.