पटना:साल 2019 में मनोरंजन के मामले में नजर डाली जाए, तो कई बॉलीवुड और भोजपुरी संगीतों ने धूम मचाई. वहीं, कुछ पुराने गानों के लिरिक्स पर नए रीमिक्स सॉन्ग भी सुनने को मिले. लेकिन अगर जन जागरूकता की बात करें, तो हमारे बीच एक ऐसा गाना आया, जिसने स्वच्छ भारत मिशन पर तो चार चांद लगाए ही. साथ ही लोगों की जुबां पर जबरदस्त तरीके से अपनी धुन भी छोड़ी.
क्या छोटे, क्या बड़े और क्या बुजुर्ग. सभी के जुबां पर 'गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल...'गीत ऐसा छाया कि लोगों ने कचरे को सही जगह पहुंचाना शुरू कर दिया. इस गाने के क्रेज को लेकर ईटीवी भारत के सीनियर रिपोर्टर अमित वर्मा रेडियो मिर्ची के ऑफिस पहुंचे. जहां मिर्ची आरजे शशि ने बताया कि पूरे साल कई गानों ने धूम मचाई. लेकिन जो कमाल इस गाने ने किया. वो कोई और नहीं कर पाया.
पटना से रेडियो मिर्ची टीम के साथ खास रिपोर्ट ‘देख-देख-देख तू यहां वहां न फेंक
देख फैलेगी बीमारी होगा सबका बुरा हाल...
तो का करे भैया?
गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल,
गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल...’
क्या कुछ बोले आपके पंसदीदा आरजे
स्टूडियो में मौजूद आरजे श्रुति और अमन ने भी इस गाने की तारीफ करते हुए इसे अपनी बेहतरीन आवाज में फरमाया. पटना की गलियों में धूम मचाने वाले इस गाने को लेकर आरजे शशि ने बताया कि सुबह के शो में हम इस गाने को ऑन एयर कर जन जागरूकता करते हैं.
वहीं, उन्होंने ने भी माना कि वाकई इस गाने ने पीएम मोदी के स्वच्छता मिशन पर चार चांद लगा दिया है.आरजे ने कहा कि लोग जहां पहले छपाक से कूड़ा फेंकते नजर आते थे. वही लोग आज चलकर गाड़ी तक जाते हैं. कहीं न कहीं इस गाने ने व्यापक तरीके से अपना असर लोगों के जहन में छोड़ा है. इस गाने को लेकर मिर्ची टीम ने गाने के लेखक को बधाई और धन्यवाद दिया है.
देख-देख-देख तू यहां वहां न फेंक 'अब सीटी नहीं बजानी पड़ती'
पहले सुबह सुबह सीटी की आवाज और सायरन के साथ-साथ बेसुरी आवाज में कचरा फेंकने की अपील करने आने वाली कूड़े की गाड़ियों में लोग कचरा फेंकने में कम उत्सुकता दिखाते थे. लेकिन अब लोग खुशी-खुशी कचरा फेंकने चलकर गाड़ी तक आते हैं. ये कहना था पटना नगर निगम के कर्मचारी राहुल का. राहुल बताते हैं कि अगर गाना बंद होता है, तो लोग गाना चलाने की अपील करते हैं.
गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल कौन हैं गीतकार...
इस गाने के गीतकार श्याम बैरागी हैं, जो मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. पेशे से शिक्षक श्याम बैरागी गाने लिखते भी हैं और गाते भी हैं. उन्हीं ने इस मशहूर गाने को लिखा और अपनी आवाज दी. इसके बाद धीरे-धीरे इस गीत ने देशभर में लोकप्रियता हासिल की. शादी पार्टी से लेकर छोटे से छोटे समारोह में ये गीत बजता सुनाई देता है.
खुश हैं नगर निगम पटना के कर्मचारी - वर्ष 2019 में बदलाव की कहानी कि अगर चर्चा होगी, तो उसमें इस गाने का बड़ा रोल होगा. क्योंकि इसने गंदगी की छाया से लगभग सभी शहरों को दूर करने में अहम रोल अदा किया.