पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार G20 के भोज में शामिल होने दिल्ली जा सकते हैं. राष्ट्रपति की ओर से भोज का आयोजन किया गया है और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को भोज में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आमंत्रण मिला है.
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G20 भोज में शामिल हो सकते हैं नीतीश: दिल्ली में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों के लिए राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्वारा यह भोज का आयोजन किया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत के में शनिवार 9 सितंबर को एक रात्रिभोज का आयोजन किया है. इस जी 20 डिनर के लिए कई नेताओं को आमंत्रण भेजा गया है. कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी इसमें शामिल होने का न्योता मिला है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी निमंत्रण मिला है. नीतीश कुमार के साथ ही विपक्ष के कई नेताओं को भी भोज में शामिल का न्योता मिला है.
इस बात पर मचा है घमासान:राष्ट्रपति की ओर से आयोजित भोज के लिए जो आमंत्रण पत्र भेजा गया है उसमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखे जाने पर सियासत हो रही है. बिहार में भी महागठबंधन के घटक दल भाजपा पर निशाना साध रहे हैं. वहीं बिहार में महागठबंधन में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार यदि दिल्ली जाते हैं तो भोज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी लंबे अरसे बाद आमना सामना हो सकता है. राष्ट्रपति की ओर से भोज शनिवार को आयोजित की गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गया दौरे पर हैं.
सीएम सचिवालय ने नहीं की पुष्टि: कार्यक्रम के बाद दिल्ली जाने का कार्यक्रम फाइनल होगा. ऐसे सीएम सचिवालय की ओर से इस मामले में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. मुख्यमंत्री आज शाम या नहीं तो कल सुबह दिल्ली जा सकते हैं. पार्टी सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार पहले मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पोस्टपोन हो गया था, लेकिन फिर से जाने का कार्यक्रम बनाया गया है और मुख्यमंत्री कल दिल्ली जाएंगे.
इंडिया और भारत को लेकर राजनीति:इंडिया शब्द को लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पीएम मोदी पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि ये लोग घबराए हुए हैं. इंडिया शब्द से इन लोगों में घबराहट साफ दिखाई दे रही है. ये लोग हताशा में हैं इसलिए नाम बदलेंगे. नाम बदलने से कुछ नहीं होगा. दरअसल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों के गठबंधन को नाम इंडिया रखा गया है. इसी के बाद इंडिया को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. इस बीच प्रेसिडेंट ऑफ भारत के नाम पर निमंत्रण भेजे जाने को लेकर नई बहस छिड़ गई है.