पटना: बिहार में 1 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है. नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए उत्पाद विभाग और पुलिस विभाग पर भरोसा किया है. राज्य में शराबबंदी कानून लागू हुए साढ़े तीन साल से अधिक का वक्त बीत चुका है. इस दौरान कुल मिलाकर उत्पाद विभाग और पुलिस विभाग ने 2 लाख 59 हजार 998 मामले दर्ज किए हैं. अदालतों में 2.5 लाख से ज्यादा केस पेंडिंग हैं.
2020 में 48187 लोग हुए गिरफ्तार
पुलिस विभाग ने 180133 और उत्पाद विभाग ने 79825 केस दर्ज किए हैं. इस दौरान कुल मिलाकर 3 लाख 6 हजार 310 गिरफ्तारियां भी हुई हैं. पुलिस विभाग ने 2 लाख 39 हजार 653 और उत्पाद विभाग में 66 हजार 657 गिरफ्तारियां की हैं. 2020 में शराबबंदी कानून के उल्लंघन के 39467 केस दर्ज किए गए, 9519 वाहन जब्त हुए, 48187 गिरफ्तारियां हुईं और 108 अभियुक्तों को सजा दिलाई जा सकी. जिस तरीके से थानों में शराबबंदी के मामले दर्ज हो रहे हैं उससे न्याय व्यवस्था के सामने संकट की स्थिति है. अदालतों में इतने संसाधन नहीं हैं कि मामलों की सुनवाई कर शीघ्र अंजाम तक पहुंचाया जा सके.