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रामबाबू हत्याकांड का खुलासा, दोस्तों ने ही संपत्ति की लालच में उतारा था मौत के घाट - विनय तिवारी सिटी एसपी

पुनाइचक से अपहृत एक छात्र की हत्या मामले का उद्भेदन पुलिस ने कर दिया है. बता दें कि फिरौती के चक्कर में अपहरण किया गया था. लेकिन बाद में उसके ही तीन करीबी दोस्तों ने हत्या कर दी.

विनय तिवारी
विनय तिवारी

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Published : Feb 12, 2021, 7:51 PM IST

पटना: 30 जनवरी को पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पुनाइचक इलाके से रामबाबू नाम के एक छात्र के अपहरण होने का मामला सामने आया था. परिजनों ने रामबाबू के अपहृत होने का मामला पटना के शास्त्री नगर थाने में दर्ज करवाया था. पुलिस ने आज इस पूरे मामले का उद्भेदन करते हुए इस मामले में मुख्य आरोपी नवनीत को गिरफ्तार कर लिया है. नवनीत ने बताया कि रामबाबू के अपहरण के बाद ही उसकी हत्या 30 जनवरी को ही कुछ दोस्तों के साथ मिलकर उसने सोनपुर में ही कर दी थी.

अपहरण के दिन ही कर दी थी हत्या
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए पटना सिटी एसपी टाउन विनय तिवारी ने बताया कि इस हत्याकांड मामले में संलिप्त मुख्य आरोपी नवनीत को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस को यह जानकारी दी. अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर रामबाबू का अपहरण 30 जनवरी को किया था. जैसे ही रामबाबू के परिजनों को रामबाबू के अपहरण की सूचना मिली नवनीत ने अपहरण का प्लान चेंज करते हुए रामबाबू की हत्या सोनपुर इलाके में 30 जनवरी को कर दी थी. हत्या के बाद नवनीत और उसके अन्य तीन साथियों ने रामबाबू के सोने का चेन, ब्रेसलेट और मोबाइल लूट ली थी.

देखें रिपोर्ट

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पिस्टल और जिंदा कारतूस किए गए बरामद
सिटी एसपी विनय तिवारी ने बताया कि फिलहाल इस मामले में संलिप्त मुख्य आरोपी नवनीत और उसके अन्य दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. राम बाबू के लूटे हुए सोने का चेन, ब्रेसलेट और मोबाइल को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस हत्याकांड में उपयोग किए गए अग्नियास्त्र को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. फिलहाल आरोपियों के पास से इस हत्याकांड में उपयोग किए गए पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. सिटी एसपी ने बताया कि नवनीत और राम बाबू काफी घनिष्ट दोस्त थे और राम बाबू के पिता हाल ही में रिटायर हुए थे. रिटायरमेंट के दौरान उसके पिता को काफी राशि मिली थी. कहीं ना कहीं नवनीत की नजर रामबाबू के पिता के रिटायरमेंट की राशि पर थी.

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सबसे करीबी दोस्त ने ही घटना को दिया अंजाम
कहीं ना कहीं रामबाबू के सबसे करीबी दोस्त नवनीत ने उसके पिता के रिटायरमेंट की राशि की रकम रामबाबू को अपहरण कर वसूलने की कोशिश की. पर जैसे ही नवनीत को यह जानकारी हुई कि रामबाबू के अपहरण की जानकारी उसके परिजनों और रामबाबू के परिजनों को हो गई है, तो मौके पर मौजूद नवनीत ने अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर 30 जनवरी को ही रामबाबू की हत्या सोनपुर इलाके में कर दी. उसके बाद उसके शव को सोनपुर से चार पहिया वाहन में लाद कर बेतिया इलाके में फेंक दिया था. पर यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठ खड़ा हो रहा है कि सोनपुर से चार पहिया वाहन में अपने अन्य साथियों के साथ बेतिया तक पहुंचता है और पुलिस की नजर अपराधियों पर नहीं पड़ी. आखिरकार पुलिसिया आला अधिकारी के द्वारा किए जा रहे दावे इस मामले में कहीं न कही खोखले नजर आ रहे हैं.

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