पटना: राजधानी में 28 सितंबर को न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के सभी मरीजों के लिए नि:शुल्क वर्कशॉप और कैंप का आयोजन होने जा रहा है. यह आयोजन न्यूरोजेन ब्रेन एंड स्पाइन इंस्टीट्यूट के तरफ से किया जा रहा है. इस कार्यक्रम की जानकारी इंस्टीट्यूट की डिप्टी डायरेक्टर और मेडिकल डिपार्टमेंट के हेड डॉ नंदिनी गोकुलचंद्रन ने दी. इस वर्कशॉप में रोलॉजिकल रोगों से पीड़ित सभी मरीजों के लिए नि:शुल्क स्टेम सेल थेरेपी ओपीडी शिविर का आयोजन किया जाएगा.
'मानसिक विकृतियों में बदलाव संभव'
डॉ नंदिनी गोकुलचंद्रन ने बताया कि अभी तक माना जाता था कि जन्म के दौरान जो मानसिक विकृतियां आती है, उनमें बदलाव नहीं हो सकती. लेकिन उभरते अनुसंधान के साथ हम यह जान गए हैं कि सेल थेरेपी का उपयोग कर क्षतिग्रस्त मस्तिष्क को ठीक किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि सेरेब्रल पल्सी और अन्य न्यूरोलॉजिकल विकारों से पीड़ित मरीजों के लिए न्यूरो रिजेनरेटिव रिहैबिलिटेशन थेरेपी आदर्श मेडिकल विकल्प होने के साथ-साथ मेडिकल की दुनिया में एक नई क्रांति है.