पटना:कोरोना काल(Corona Pandemic) में बिहार में ठगी (Fraud in Bihar) का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय ( A large network active) हो गया है. कभी नौकरी (Job) के नाम पर ठगी का मामला सामने आ रहा है तो कभी स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के नाम पर फर्जी वैकेंसी निकाली जा रही है.
ESIC ने जारी किया नोटिस
कोरोना काल में नौकरी को लेकर परेशान बेरोजगार ऐसे ही गिरोह का लगातार शिकार हो रहे हैं. ऐसे में अब कर्मचारी राज्य बीमा निगम यानी कि ईएसआईसी (ESIC) ने लोगों को आगाह (Alert) करते हुए नोटिस जारी किया है. नोटिस में कहा गया है कि बिहार में कर्मचारी बीमा योजना के नाम पर ठगी की जा रही है और लोग ऐसे ठगों से सावधान रहें.
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ESIC के नाम पर वसूले जा रहे हैं पैसे
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पारामेडिकल स्टाफ की भर्ती में अभ्यर्थियों से ईएसआईसी (ESIC) के नाम पर पैसे वसूले जा रहे हैं. इस संबंध में कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा सभी को सलाह दी जा रही है कि इस प्रकार के गलत अफवाह से बचें और ऐसे किसी प्रकार की भी अनुचित मांग की पूर्ति ना करें.
इसके साथ ही अगर किसी को ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो अविलंब कर्मचारी राज्य बीमा निगम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बिहटा को सूचित करें. ईएसआईसी ने साफ कहा है कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बिहटा ऐसे किसी भी गलत लेनदेन अथवा भर्ती के संबंध में अफवाह को अभ्यर्थियों द्वारा गंभीरता से लेने पर हुए शोषण के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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कई जिलों में चल रहा जालसाज का गिरोह
बता दें कि प्रदेश में अभी भी जालसाज कई जिलों में शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट (Short term contract) के आधार पर पैरामेडिकल स्टाफ (Paramedical Staff) की भर्ती के नाम पर ठगी कर रहे हैं. जालसाज अभ्यर्थियों से इंश्योरेंस के नाम पर पैस की उगाही कर रहे हैं. इस प्रकार की कई शिकायतों के आने के बाद ईएसआईसी (ESIC) ने साफ कहा है कि वह इस प्रकार का कोई बीमा स्कीम नहीं चला रहा है.
क्या है ईएसआईसी?
दरअसल, कर्मचारी राज्य बीमा निगम (Employees State Insurance Corporation) के तहत वैसे श्रमिक आते हैं, जिनकी आमदनी कम होती है. इसका लाभ सरकारी (Government) और गैर सरकारी (Non- Government) दोनों ही तरह के संस्थाओं में काम करने वाले कर्मचारी ले सकते हैं. इसके लिए उनके वेतन से प्रतिमाह कुछ राशि काटी जाती है. कर्मचारी या उनके आश्रित बीमार पड़ने पर इसका लाभ ले सकते हैं. बीमा के तहत लाभार्थी विभाग से अनुबंधित अस्पताल में इलाज करा सकते हैं, इसके लिए उन्हें कोई शुल्क नहीं देना होता है.