पटना: बिहार में इन दिनों क्राइम ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. लॉ एंड ऑर्डर बुरी तरह से चरमराया हुआ है. बिहार में लूट, हत्या जैसी घटनाएं आए दिन सामने आ रही है और इन मामलों में पुलिस की कार्रवाई कई सवालिया निशान खड़े कर रही है.
बात करे पटना पंजाब नेशनल बैंक में हुई डकैती की, तो पुलिस अभी तक बैंक रॉबरी में शामिल अपराधियों से कोसो दूर नजर आ रही है. वहीं, बढ़ें हुए क्राइम ग्राफ को लेकर लोगों का मानना है कि बेरोजगारी बढ़ने की वजह से ऐसा हो रहा है. पटना वासियों का कहना है कि पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. इस वजह से भ्रष्टाचार और अपराध दोनों ही बढ़ता जा रहा है. कुछ युवाओं का कहना है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने गृह जिला नालंदा को नहीं बचा पा रहे हैं, तो बिहार को कैसे बचा पाएंगे.
अप्रैल की क्राइम रिपोर्ट
बिहार पुलिस मुख्यालय ने अप्रैल तक की रिपोर्ट जारी की है. अप्रैल में जहां देशभर में लॉकडाउन लागू था. वहीं, बिहार में क्राइम की घटनाएं घटती नजर नहीं आईं. हालांकि, मामले जरूर कम हुए.
- पुलिस मुख्यालय के क्राइम ग्राफ के मुताबिक अप्रैल 2020 में कुल 177 हत्या हुई हैं.
- पांच डकैती हुई हैं और 56 रॉबरी हुई है.
- 1 हजार 168 चोरी के मामले दर्ज हुए हैं.