पटना: राजधानी पटना के रहने वाले चार दोस्त क्राउडफंडिंग के माध्यम से लॉकडाउन में गरीब लोगों की मदद पहुंचा रहे हैं. ये चारो दोस्त आईआईटी कानपुर, एनआईटी भोपाल, एमबीबीएस आईजीआईएमएस और दुर्गापुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर चारों दोस्तों ने कोरोना वारियर्स के नाम से काम शुरू किया है. सभी दोस्तों ने मिलकर अभी तक 80 हजार से अधिक का फंड अपने विभिन्न कॉन्टेक्ट्स के माध्यमों से एकत्रित किया है. जमा राशि से वे राशन खरीद कर उसे जरूरत मंदों के बीच वितरित कर रहे हैं.
लॉकडाउन: IIT, NIT और MBBS के चार दोस्त क्राउडफंडिंग से जमा कर रहे राशि, बेसहारों की कर रहे मदद
कोरोना वारियर्स के नाम से पहल शुरू करने वाले चारों दोस्तों ने बताया कि वे अब तक 80 हजार की राशि जमा हो चुकी है. जमा राशि से 250 लोगों से ज्यादा लोगों की मदद की जा चुकी है. राहत में वे लोग ढाई किलो चावल, ढाई किलो आटा, आधा किलो दाल, आलू, तेल के साथ मसाला का वितरण कर रहे हैं.
'पीएम मोदी आवाह्ण पर शुरू किया अभियान'
बता दें कि ये चारो दोस्त देश के विभिन्न नामी संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं. जहां, अमन गुप्ता आईआईटी कानपुर में फोर्थ ईयर के स्टूडेंट हैं. वे लॉक डाउन में अपने घर पटना आ गए हैं. अमन ने अपने मित्र आईजीआईएमएस पटना में एमबीबीएस के सेकंड ईयर के स्टूडेंट रौशन, एनआईटी भोपाल में फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट अंकित गुप्ता और दुर्गापुर इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे शुभांग शर्मा के साथ उन लोगों की मदद करने का फैसला लिया जो लॉक डाउन के कारण परेशान हैं. अपने विभिन्न सोर्सेज का इस्तेमाल करते हुए डाटा इकट्ठा किया और लोगों की मदद करनी शुरू कर दी. अमन गुप्ता के अनुसार अब तक 300 से अधिक लोगों ने मदद किया है और 80 हजार से अधिक की राशि जमा हो चुकी है. अमन के दोस्तों का कहना है कि हम लोग वहां जाने की कोशिश कर रहे हैं. जहां सरकार मदद नहीं कर पा रही है. चारो दोस्त कोरोना वारियर्स के नाम से एक अभियान चला रहे हैं.
250 लोगों की कर चुकें है मदद
कोरोना वारियर्स के नाम से पहल शुरू करने वाले चारों दोस्तों ने बताया कि वे अब तक की जमा राशि से 250 लोगों से ज्यादा लोगों की मदद कर चुकें हैं. मदद में ढाई किलो चावल, ढाई किलो आटा, आधा किलो दाल, आलू, तेल के साथ मसाला जरूरतमंदो के बीच वितरण कर रहे हैं. ये राशन को ऐसे लोगों तक पहुंचाया जा रहा है, जहां तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पा रही है. वे लोग जो राशन लोगों में वितरण कर रहे है. उससे पीड़ित परिवार एक सप्ताह तक अपना भोजन तैयार कर सकते हैं. चारो कोरोना वारियर्स के उनके संपर्क के जानने वाले सभी सभी जूनियर और सीनियर साथी विश्वास करके क्राउडफंडिंग में मदद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब तक मदद जारी रहेगी तबतक वे लोगों की अनवरत रूप से मदद करते रहेंगे.