पटनाःबिहार विधानसभा की 2 सीटों केउपचुनाव (By Election) के परिणाम में राजद को एक भी सीट नहीं मिली. जिसके बाद आरजेडी खेमे में मायूसी है और लगातार सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. आरजेडी को मिली इस हार के बाद लालू यादव के साले और पूर्व सांसद सुभाष यादव (former MP Subhash Yadav) ने भी पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधा है.
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पूर्व सांसद सुभाष यादव ने अपने भांजे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को घमंडी बताया है. उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं घमंड के कारण ही राष्ट्रीय जनता दल का यह हाल बिहार में हो रहा है.
'हार के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ही जिम्मेवार हैं. राष्ट्रीय जनता दल पार्टी को जगदानंद सिंह धीरे-धीरे खत्म कर रहे हैं जो कि ठीक नहीं है. तेज प्रताप यादव जो बात बोल रहे हैं उसमें सच्चाई है. राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष को बदलना काफी जरूरी है. उसके बाद ही संगठन को मजबूती मिलेगी'.-सुभाष यादव, पूर्व सांसद
सुभाष यादव ने साफ-साफ कहा कि जगदानंद सिंह ने वर्ष 2009 में भी खुद सांसद का चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से संबंध खत्म करवाया था और इस बार भी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस से संबंध जो खत्म हुए उसका प्रभाव इस चुनाव में देखने को मिला रहा है. किसी भी हालत में राष्ट्रीय जनता दल को कांग्रेस से संबंध नहीं तोड़ना चाहिए. इससे वोटों पर काफी प्रभाव पड़ा है.
जब उनसे पूछा गया कि परिवार में दोनों भाइयों के बीच जो हालात है उसको लेकर आप क्या कहेंगे तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि लालू यादव है और वह सब कुछ संभाल सकते हैं. वह संभाल भी रहे हैं. वह कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन जिस तरह से तेजस्वी यादव चापलूस नेताओं के बीच घिरे हुए हैं. निश्चित तौर पर उसी का परिणाम सामने देखने को मिल रहा है जो कि गलत है.
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सुभाष यादव ने कहा कि अगर पार्टी को बचाना है तो तेजस्वी यादव को पहले बिहार में ही रहना होगा. प्रवासी बनकर राजनीति करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी बिहार के सुदूर देहात का लगातार दौरा करें. कार्यकर्ताओं की बातों को सुनें. कुल मिलाकर देखें तो लालू यादव के साले सुभाष यादव ने तेजस्वी यादव पर भी तंज कसा है. साथ ही राष्ट्रीय जनता दल में प्रदेश अध्यक्ष बदलने की सलाह पार्टी के नेताओं को दी है.