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लालू के करीबी रहे रंजन प्रसाद यादव की JDU में वापसी, ललन सिंह बोले- 'ये नई जगह नहीं, बल्कि इनका पुराना घर है'

पूर्व सांसद रंजन प्रसाद यादव (Former MP Ranjan Prasad Yadav) शनिवार को फिर से जदयू में शामिल हो गए. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रंजन प्रसाद यादव को वर्चुअल माध्यम से पार्टी की सदस्यता दिलाकर घर वापसी कराई.

पूर्व सांसद रंजन प्रसाद
पूर्व सांसद रंजन प्रसाद

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Published : Jan 16, 2022, 10:42 AM IST

पटना:पूर्व सांसद रंजन प्रसाद यादव की फिर से जदयू में शामिल (Former MP Ranjan Prasad Yadav join JDU) हो गए हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रंजन यादव को वर्चुअल माध्यम से पार्टी की सदस्यता दिला कर घर वापसी कराई. कोरोना विस्फोट के बाद से ही जदयू के सारे कार्यक्रम स्थगित है और सरकार की ओर से कोविड प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रम करने पर भी रोक है. इसके कारण वर्चुअल माध्यम से ही रंजन प्रसाद यादव को फिर से जदयू में शामिल कराया गया.

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जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) ने घर वापसी करने पर पूर्व सांसद रंजन यादव और उनके समर्थकों का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि रंजन प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री जी में अपनी आस्था व्यक्त कर घर वापसी की है, इसके लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं. जदयू रंजन यादव के लिए कोई नई जगह नहीं है, बल्कि इनका पुराना घर है और इनके घर वापसी से संगठन और पार्टी को मजबूती मिलेगी. उक्त जानकारी मुख्यालय महासचिव विजय कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी.

''हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के सपनों को पूरा करने में दिन-रात लगे हैं. मुख्यमंत्री ने बिहार के पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज को एक सूत्र में बांधने का काम किया है. मुख्यमंत्री जी का बिहार की सेवा करना एकमात्र धर्म है और इसी का नतीजा है कि आज बिहार विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है.''-ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू

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बता दें कि रंजन यादव एक समय लालू प्रसाद यादव के भी काफी करीबी थे. बाद में लालू प्रसाद यादव को छोड़कर नीतीश कुमार के साथ आ गए. लेकिन, लोकसभा टिकट कटने के बाद उन्होंने जदयू को भी छोड़ दिया था. गौरतलब है कि वर्ष 1990 में रंजन यादव राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. वर्ष 1996 में वो दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए. लालू प्रसाद यादव के राजद में उनकी हैसियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राजद की स्थापना के समय से 2001 तक वो राजद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे. इस दौरान वो राज्यसभा में राजद के नेता भी रहे. वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में रंजन यादव ने जदयू प्रत्याशी के रूप में पाटलिपुत्र लोकसभा से चुनाव लड़ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को चुनाव हराया था.

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