पटना:पूर्व सांसद आनंद मोहनकी रिहाई की मांग उठने लगी है. इन सबके बीच ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान आनंद मोहन ने कहा कि मेरी सजा पूरी हो चुकी है और मैं किसी भी वक्त रिहा हो सकता हूं. आनंद मोहन ने कहा कि जेल के अंदर हमारा आचरण बेहतर रहा है. मैंने जेल को ही अपना घर बनाया और कई सुधारात्मक कार्य किए. शिक्षा, स्वास्थ्य, योग को मैंने सुधारात्मक कार्य का जरिया बनाया.
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बोले आनंद मोहन- 'रिहाई की है उम्मीद':पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि आज की तारीख में सहरसा जेल एक आदर्श जेल के रूप में है. आनंद मोहन ने उम्मीद जताई कि राजीव गांधी हत्याकांड में सजा काट रहे लोगों की रिहाई हो सकती है तो मेरी भी रिहाई हो सकती है और मैं इस बात को लेकर आशान्वित हूं. जो हुआ अच्छा हुआ.. जो हो रहा है अच्छा हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा.
"मेरी सजा पूरी हो चुकी है. मैं समझता हूं कि सबकुछ सकारात्मक रहना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने सारी परेशानी का हल गाइडलाइन देकर कर दिया है. राजीव गांधी की हत्या में संलिप्त लोगों को छोड़ दिया गया. कोर्ट ने कहा कि इस देश में महात्मा गांधी से बड़ा कोई लोक सेवक नहीं है, उनके आरोपी गोपाल गोडसे जब 14 साल के बाद छोड़े गए तो बाकी लोग क्या हैं."- आनंद मोहन, पूर्व सांसद
सुशील मोदी ने भी की रिहाई की मांग:वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने पूर्व सांसद की रिहाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि "डीएम कृष्णैया हत्याकांड में भीड़ को उकसाने या हत्या के अपराध में आनंद मोहन सीधे तौर पर दोषी नहीं थे, फिर भी उन्हें उम्र कैद की सजा हुई. अब तो उन्होंने अपने हिस्से की सजा भी पूरी कर ली है इसलिए अभ आनंद मोहन को बरी कर देना चाहिए."
बेटी की शादी के लिए पैरोल पर बाहर हैं आनंद मोहन:बेटी की शादी को लेकर आनंद मोहन ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है. इकलौती बेटी है. जो भी उसको लेकर सपने और उम्मीदें थीं सब पूरे हुए हैं.बेटी की शादी को लेकर आनंद मोहन के साथ ही लवली आनंद की भी खुशी का ठिकाना नहीं है. घरवाले शादी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. 15 फरवरी की शादी में पूरा परिवार लगा है. पटना में शादी की तमाम तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
गोपालगंज डीएम हत्याकांड: बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन बिहार की राजनीति में 90 के दशक में मजबूती से कदम आगे बढ़ा रहे थे. जातिगत सियासत में आनंद मोहन के दखल भी अच्छी खासी थी. आनंद मोहन ने बिहार पीपुल्स पार्टी का गठन भी किया था और राजनीति के क्षेत्र में मजबूती से आगे बढ़ रहे थे लेकिन छोटन शुक्ला हत्याकांड के शव यात्रा के दौरान गोपालगंज के पूर्व डीएम जी कृष्णैया की हत्या कर दी गई और उस मामले में आनंद मोहन कानून के शिकंजे में आ गए. उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.फिलहाल आनंद मोहन सहरसा जेल में बंद हैं और पैरोल पर बेटी के विवाह समारोह में शामिल होने बाहर आए हैं.