पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नागमणि ने कहा कि नीतीश कुमार कुशवाहा और कोईरी समाज का वोट लेकर उन्हें ही उपेक्षित कर रहे हैं. कुशवाहा समाज की बदौलत ही दस सालों से नीतीश राजनीति करते आ रहे हैं. लेकिन, उन्होंने इस समाज को नजरंदाज किया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि 'कोईरी समाज को किया अनदेखा'
नागमणि ने कहा कि वह पहले कोईरी हैं, उसके बाद जेडीयू नेता हैं. जिस तरह से नीतीश कुमार कोईरी समाज को पूरी तरह से अनदेखा कर रहे हैं, उसको वह बर्दाश्त नहीं कर सकते. नागमणि ने कहा कि आज से 25 साल पहले पटना के गांधी मैदान के कुशवाहा सम्मेलन में 12 विधायक कोईरी समाज के थे. सम्मेलन के एक साल बाद 1995 में विधायकों की संख्या बढ़कर 30 हो गई. इसके बादजूद कोईरी समाज पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
'कुर्मिस्तान बना रहे हैं सीएम'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम साहब दूसरे राज्यों से कुर्मी समाज के लोगों को लाकर अच्छे जगहों पर पोस्ट कर दिए हैं. एक तरह से नीतीश कुमार कुर्मिस्तान बना रहे हैं. लव और कुश को एक साथ लेकर चलने वाले नीतीश कुमार कुर्मी को कब से प्राथमिकता देने लगे. उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 6 आईपीएस अधिकारी कोईरी समाज से हैं. जिसमें 2 को छोड़कर बाकी को नीतीश कुमार ने नजरंदाज कर दिया. दूसरी ओर कुर्मी समाज के लोगों को आईएस और आईपीएस को महत्वपूर्ण पदों पर बिठा दिए हैं.
नागमणि को सीएम का अल्टीमेटम
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि 29 सितंबर तक अगर कोईरी समाज को बराबर का हक नहीं मिला तो बिहार और झारखंड के कोईरी समाज के युवा, किसान, महिला और व्यापारी अपनी रणनीति पर विचार कर सकते हैं. जिसके बाद 26 फरवरी को गांधी मैदान में होने वाले कुशवाहा सम्मेलन में सीएम के खिलाफ हल्ला बोल सकते हैं. सीएम के पास विचार करने के लिए एक महीने का समय है.
लालू शासन में नहीं था फर्क- नागमणि
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार में लालू यादव का भी शासन रहा है. उन्होंने भी कोईरी समाज पर ध्यान दिया था. लेकिन, नीतीश कुमार कोईरी समाज से बनकर ही उन्हें ही भूल गए हैं. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा चुनाव के वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बहुत प्रशंसा की थी. कुछ ही दिन पहले उन्होंने दोबारा जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की था. लेकिन, अब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ ही हल्ला बोल दिया है.