पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह ने चिराग पासवान पर विधानसभा चुनाव के दौरान सीट बेचने का आरोप लगाया है. लोजपा के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है.
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अंसारी ने कहा कि केशव को पहले भी पार्टी विरुद्ध काम करने के चलते निकाला गया था. उन्होंने पशुपति पारस का पैर पकड़कर फिर से पार्टी ज्वाइन किया था. विधानसभा चुनाव में टिकट न मिला तो वे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. उनका खुद का वजूद नहीं है. उनके जैसे कितने लोग पार्टी में आते-जाते रहते हैं. इससे पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है.
लोजपा प्रवक्ता अशरफ अंसारी जदयू में शामिल होने वाले हैं केशव
गौरतलब है कि गुरुवार को केशव सिंह लोजपा छोड़कर जदयू में शामिल होने वाले हैं. केशव ने लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर आरोप लगाया है कि वह पार्टी में मनमानी कर रहे हैं. नेता, विधायक या सांसद किसी की बात नहीं सुनते. विधानसभा चुनाव में चिराग ने पैसे लेकर टिकट बांटा था.
केशव के आरोप पर अशरफ ने कहा "लोजपा में अब बात बनाने वालों की नहीं चलती. जो काम करता है वही पार्टी में आगे बढ़ता है. लोजपा पूर्ण रूप से चिराग पासवान के विचारधारा पर चल रही है."
"पूरी पार्टी एकजुट है. पार्टी ने एकजुटता से विधानसभा चुनाव लड़ा. इसका परिणाम है कि 2600000 वोट मिले. 6 फीसदी वोट पाकर लोजपा बिहार में तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी. केशव सिंह को अपने बयान पर शर्म आनी चाहिए."- अशरफ अंसारी, लोजपा प्रवक्ता