पटना: बिहार क बेगूसराय में चर्चित गोलीकांड (FSL Investigation Of Begusarai Firing Case) मामले के तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं. इस पर बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद से हमारे संवाददाता ने बात की. अभयानंद ने कहा कि ऐसी घटना मैंने आज तक बिहार में नहीं देखी थी. इस मामले को सुलझाने के लिए आईपीएस ऑफिसर्स को रास्ता तलाशना होगा.
पढ़ें- 4 थाना क्षेत्र..30 KM का सफर..बछवाड़ा से चकिया तक.. जो मिला उसे ठोक दिया
बोले अभयानंद- 'अपराधियों में कानून का भय खत्म':अभयानंद ने कहा कि अपराधियों में कानून का भय खत्म हो गया है. ऐसे भी कानून का भय एक दिन में नहीं आता है. इसके लिए पुलिस को रोज काम करना होगा, एक्शन लेना होगा. पिछले 36 घंटे में बेगूसराय पुलिस के साथ-साथ 6 जिलों की पुलिस को महज अपराधियों का सीसीटीवी फुटेज ही हाथ लगा है, जिसके आधार पर अपराधियों की छानबीन की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज में यह पता चला है कि अंधाधुंध फायरिंग करने वाले अपराधी दो नहीं बल्कि 4 थे और वह दो बाइक पर सवार थे.
पुलिस के हाथ अब भी खाली: बेगूसराय में मंगलवार की शाम दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर 11 लोगों को गोली मारी थी जिसमें से एक व्यक्ति चंदन कुमार की मौत हो गई. बाकी सब अभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. यह घटनाक्रम होने के बाद बेगूसराय के एसपी के द्वारा सीसीटीवी फुटेज जारी कर अपराधियों की जानकारी देने वालों को ₹50000 इनाम देने का ऐलान किया गया है जिसके लिए दो मोबाइल नंबर और व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है जिनकी सूचना गुप्त रखी जाएगी.
'ऐसी घटना आजतक नहीं हुई थी': बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि बिहार में अपराध बढ़ा है या नहीं यह तो मैं नहीं कह सकता क्योंकि मेरे पास अभी ऑफिशियल डाटा मौजूद नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि जिस तरह की घटना बेगूसराय में घटित हुई है यह घटना रोज घटित होने वाली घटना नहीं है.
"अपनी पूरे लाइफ में मैंने इस तरह की घटना घटित होते हुए नहीं देखा है. अपराध के रोकथाम के लिए एक दिन की कार्रवाई से कुछ होने वाला नहीं है. अपराध के रोकथाम के लिए हमेशा पुलिस को अलर्ट रहना होगा. राज्य सरकार और विभाग को रोज कार्रवाई करनी होगी. स्टडी प्रतिदिन होनी चाहिए, कितने केसों में ट्रायल हो रहा है, इन्वेस्टिगेशन प्रतिदिन करें और उसकी क्वालिटी को इंप्रूव करने की जरूरत है."- अभयानंद, पूर्व डीजीपी, बिहार
'मोबाइल टावर से लगाया जा सका है पता': बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ने बताया कि इस घटना में संलिप्त लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस को प्रशासन के माध्यम से जिस जगह पर घटना घटित हुई है उस जगह से गोली का खोखा बरामद हुआ होगा और अगली घटना कहां घटित हुई है उन दोनों जगह के बीच की दूरी को पता लगा कर मोबाइल टावर के माध्यम से बीच में कितने लोगों का मोबाइल काम कर रहा था इससे भी पता लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा उम्मीद जताई जा रही कि पुलिस इस विषय पर भी अनुसंधान कर रही होगी.
बछवाड़ा के गोधना में पहली फायरिंग : बेगूसराय शहर से निकलकर एनएच 28 का रास्ता इन लोगों ने लिया. सबसे पहले चारों साइको किलर बछवाड़ा थाना क्षेत्र के गोधना पहुंचे. शाम के साढ़े पांच बजे थे. साइको किलर ने गोधना में दो लोगों को गोली मार दी. किलर ने विशाल कुमार उम्र 26 साल को गोली मारी. विशाल फाइनेंस कर्मचारी हैं. वहीं एक अन्य व्यक्ति रंजीत कुमार पर भी फायरिंग की गई. दोनों गंभीर रूप से जख्मी हुए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
तेघड़ा के पिढ़ौली में दूसरी घटना: फिर साइको किलर 10 मिनट तक बाइक चलाते हुए तेघड़ा थाना क्षेत्र के पिढ़ौली पहुंचे. गोधना से पिढ़ौली की दूरी लगभग 4 किलोमीटर है. यहां भी चलती बाइक से दो लोगों को निशाना बनाया गया और गोली मारकर घायल कर दिया गया.
फुलवरिया के मोती चौक पर तीसरी घटना: तीसरी घटना को फुलवरिया थाना क्षेत्र के मोती चौक पर अंजाम दिया गया. यहां पर दो लोगों पर फायरिंग की गई, जिसमें एक शख्स चंदन कुमार उम्र 31 साल की मौत हो गई. चंदन कुमार हाजीपुर पिपरा देवस निवासी बताए जाते हैं. वहीं दूसरा शख्स अस्पताल में भर्ती है. इस घटना ने पूरे बिहार को हिलाकर रख दिया है.
चकिया में चौथी घटना: आखिरी और चौथी घटना को 14 किलोमीटर दूर चकिया थाना क्षेत्र में अंजाम दिया गया. यहां कुल 4 लोगों को गोली मारी गई. बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार (Begusarai SP Yogendra Kumar) ने साइको किलर की तस्वीर जारी की है. उन्होंने कहा है कि दो बाइक पर सवाल चार लोगों ने वारदात को अंजाम दिया है. उन्होंने इस मामले को लेकर लोगों को जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचना देने की अपील की है. इसको लेकर उन्होंने अपना फोन नंबर भी जारी किया है.
घटनास्थल से खोखा बरामद: बिहार क बेगूसराय में चर्चित गोलीकांड (FSL Investigation Of Begusarai Firing Case) मामले के तीसरे दिन पटना से एफएसएल की टीम बेगूसराय पहुंची है. इस दौरान टीम के द्वारा घटनास्थल से साक्ष्य जुटाया गया. साक्ष्य जुटाने के लिए विभिन्न तरह के तरीके अपनाए गए हैं. इस दौरान फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री पटना की मोबाइल फॉरेंसिक फॉर्म जो कि आधुनिक सुविधाओं से लैस है, उसके द्वारा बछवाड़ा, तेघड़ा, फुलवरिया और चकिया थाना क्षेत्र मे साक्ष्य जुटाएगी. बछवाड़ा से टीम को कारतूस मिला है. यह कारतूस साइको किलर (Begusarai Psycho Killer Shooting Case) का बताया जा रहा है.