पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी, 1924 को समस्तीपुर के पितौंझिया में हुआ. जिसे वर्तमान में कर्पूरी ग्राम के नाम से जाना जाता है. जननायक के नाम से मशहूर पूर्व सीएम समाजवादी धारा के बड़े नेता के रूप में प्रसिद्ध हैं. वहीं, उनकी पहचान कांग्रेस विरोधी राजनीति के अहम नेताओं के रूप में होती रही.
कहा जाता है कि इंदिरा गांधी आपातकाल के दौरान तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें गिरफ्तार करवाने में नाकाम रही थी. कर्पूरी ठाकुर बिहार के दो बार मुख्यमंत्री, एक बार उपमुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे. खास बात ये है कि 1952 की पहली विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद 1984 के एक अपवाद को छोड़ दें तो वो कभी चुनाव नहीं हारे.
समस्तीपुर के ताजपुर विधानसभा से चुने गए थे विधायक
ठाकुर पहली बार समस्तीपुर के ताजपुर विधानसभा क्षेत्र से जीतकर बिहार विधानसभा पहुंचे. पहली बार डिप्टी सीएम का पद संभालने के बाद उन्होंने बिहार में अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म किया. बता दें कि उन्हें शिक्षा मंत्री का पद भी मिला हुआ था. कर्पूरी ठाकुर की कोशिशों के चलते ही मिशनरी स्कूलों ने हिंदी में पढ़ाना शुरू किया.