पटना: बीजेपी के पूर्व विधायक चितरंजन सिंह ( Former BJP MLA Chittaranjan Singh) के दो भाइयों के हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. गुरुवार को SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो (SSP Manavjit Singh Dhillon) ने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया है कि इस मामले में कुल 6 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है और इसी कड़ी में इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले नीमा गांव के ही रहने वाले बबलू सिंह उर्फ हरेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अपराधी को गिरफ्तार करने के साथ-साथ हत्याकांड मामले से जुड़े हुए लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है.
पढ़ें-एक महीने में पूर्व BJP विधायक के 4 परिजनों की हत्या, 26 अप्रैल को चाचा और चचेरे भाई का हुआ था मर्डर
हत्या में पांडव गिरोह का हाथ:बता दें कि मंगलवार को पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के काली मंदिर रोड बीजेपी के पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के दो सगे भाईयों को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला था. एसएसपी ने बताया कि वर्ष 1992 में पटना के एक समुदाय विशेष के पांच व्यक्तियों के द्वारा कथित रूप से नक्सलियों के विरोध में स्थानीय लोगों के सुरक्षा के नाम पर पांडव सेना का गठन किया गया था. धीरे-धीरे लोगों को सुरक्षा देने वाला गिरोह लोगों से रंगदारी वसूली और सुपारी लेने जैसे धंधे से से जुड़ गया. कहीं ना कहीं पैसा बंटवारा मामले को लेकर गिरोह में हुए आपसी फूट के बाद इसी गिरोह के लोग एक दूसरे के जान के दुश्मन बन गए.
आपसी मतभेद घटना के पीछे का कारण: हालांकि 5 दिन पहले जिन 5 लोगों ने मिलकर इस पांडव गिरोह का गठन किया था उसमें से दो की हत्या हो गई और एक मोटरसाइकिल दुर्घटना में मारा गया था. उसके बाद इस गिरोह में संजय सिंह और चितरंजन सिंह शेष रह गए हैं. एसएसपी ने कहा है कि इस गिरोह के कमर को तोड़ने के लिए पुलिस विशेष मुहिम चलाएगी.
पूर्व विधायक के 4 परिजनों की हो चुकी है हत्या:पांच पांडव में से अब सिर्फ गिरोह में दो लोग बचे हैं, संजय सिंह और चित्तरंजन सिंह. गिरफ्तार अपराधी से हमने 12 घंटे पूछताछ की तो उसने पूरी सच्चाई बयां कर दी. चित्तरंजन सिंह जब विधायक बने तो घटना शांत हो गई थी लेकिन फिर से 2020 में संजय सिंह पर गोली चली थी उनको गोली लगी थी. इसके बाद कहा गया कि पूर्व विधायक के समर्थकों द्वारा हमला कराया गया है. संजय सिंह बच गया लेकिन बदला लेने के लिए अपने लोगों को तैयार कर रहा था. 26 अप्रैल को जहानाबाद शहर के होटल कारोबारी अभिराम शर्मा (Businessman shot dead in Jehanabad) और मसौढ़ी में दिनेश शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी दोनों चितरंजन सिंह के चाचा भतीजा थे. इस हत्या का मेन शूटर नीतीश था, उसे जेल भेजा गया था. संजय सिंह ने नीतीश से मुलाकात की थी और अगले दिन चाचा भतीजा का आधे घंटे के अंदर मर्डर कर दिया गया था. हत्या के तुरंत बाद नीतीश झारखंड भाग गया था.