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Bihar News: सड़कों पर वृक्षारोपरण, हरित आवरण 17% करने पर कार्य जारी

बिहार (Bihar) में हरित आवरण 17% के लक्ष्य को हासिल करने को लेकर 5 करोड़ वृक्षारोपरण का कार्य जारी है. इस कड़ी में पथ निर्माण विभाग नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे और जिलों की सड़कों पर पौधे लगा रहा है. विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने इसे लेकर पत्र के माध्यम से कई निर्देश दिए हैं.

वृक्षारोपण
वृक्षारोपण

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Published : Jun 18, 2021, 7:14 AM IST

पटनाःपथ निर्माण विभाग (Road Construction Department) के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा (Amrit Lal Meena) ने राष्ट्रीय उच्च पथ सहित पथ निर्माण विभाग के सभी मुख्य अभियंताओं को पत्र लिखकर वृक्षारोपण(Tree Plantation) कराने का निर्देश दिया है. ग्रीन फील्ड सड़कों (Green Field Roads) पर वृक्षारोपण कई लेयर में करने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा कि हरित आवरण (Green Cover) को बढ़ाने के लिए सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने समीक्षा की है.

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बड़े पैमाने पर हो रहा वृक्षारोपण
पथ निर्माण विभाग द्वारा सभी राष्ट्रीय उच्च पथ (National Highway), राज्य उच्च पथ (State Highway) और वृहद जिला पथों पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य कराया गया है. अभी भी कई ग्रीन फील्ड पथों के निर्माण के लिए भू-अर्जन किया जा रहा है.

मीणा ने पथवार समीक्षा करके वृक्षारोपण के लिए भूमि उपलब्ध कराने और पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के माध्यम से वृक्षारोपण कराने का निर्देश दिया.

इस प्रकार से लगाए जा रहे पौधे

30 दिनों में वृक्षारोपण कार्य पूरा करने का लक्ष्य
अमृत लाल मीणा ने अभियान के तौर पर राज्य के सभी पथों पर पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन विभाग का सहयोग लेते हुए 30 दिनों के अंदर वृक्षारोपण का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है.

पथ निर्माण विभाग ने मुख्य अभियंता (यांत्रिक) अशोक कुमार को जल जीवन हरियाली अभियान का नोडल पदाधिकारी बनाया है। अमृत लाल मीणा ने पत्र के माध्यम से नोडल पदाधिकारी को समीक्षा कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है जिससे कि जल जीवन हरियाली की समीक्षा बैठक में प्रस्तुत किया जा सके.

पेड़ों की देखरेख की हो समुचित व्यवस्था
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव ने मुख्य अभियंता दक्षिण उपभोग को यह भी निर्देश दिया है कि शहरी क्षेत्र में पेड़ों के चारों ओर 1 मीटर त्रिज्या में निर्माण सामग्री हटाकर उसे कच्चे स्थान में परिणत किया जाए.

पेड़ों की जड़ों में सटाकर कालीकरण, पीसीसी, पेवर ब्लॉक लगा दिया जाता है जिसका प्रभाव पेड़ों की वृद्धि पर पड़ता है. इस पर रोक लगाने का भी निर्देश दिया है. साथ ही 1 मीटर त्रिज्या क्षेत्रफल तक किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं हो इसका निर्देश दिया है. कार्यपालक अभियंता को शत-प्रतिशत पथों का निरीक्षण कर इसके अनुपालन का निर्देश भी दिया है.

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5 करोड़ पेड़ लगाने का चल रहा अभियान
जल जीवन हरियाली की समीक्षा बैठक में पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने का निर्देश दिया था और इस बार 5 करोड़ लाख वृक्ष लगाने का अभियान चलाया जा रहा है जिससे बिहार का हरित आवरण 17% तक बढ़ाया जा सके. मुख्यमंत्री ने पथों के किनारे विशेष रूप से कई लेन में वृक्षारोपण करने का भी निर्देश दिया और उसी पर अब पथ निर्माण विभाग काम कर रहा है.

सीएम के निर्देश पर ग्रीन कवर बढ़ाने का प्रयास
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर 9 अगस्त यानि बिहार पृथ्वी दिवस (Bihar Earth Day) तक 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. यह मुहीम 5 जून यानि पर्यावरण दिवस (Environment Day) से शुरू हुआ है. सीएम नीतीश ने इस मामले में कहा था कि बिहार में ग्रीन कवर को बढ़ाना जरूरी है.

पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव के द्वारा जारी पत्र

पटना में बड़े पैमाने पर काटे जा रहे पेड़
एक तरफ सरकार वृक्षारोपण की बात करती है, तो दूसरी तरफ बड़े पैमाने पर राजधानी पटना में पेड़ काटे जा रहे हैं. पथ निर्माण विभाग की योजनाओं के कारण राजधानी सहित कई स्थानों पर सड़कों के चौड़ीकरण के नाम पर बड़े पैमाने पर पेड़ काटे गए हैं.

नई तकनीक से पेड़ को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लगाने में भी बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली है. इस पर पैसे भी बहुत अधिक खर्च हुए हैं. अधिकारियों की मानें तो यह सफलता 50% के आसपास है. सरकार की नई पॉलिसी का अमल भी सही ढंग से नहीं हो रहा है.

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