पटना:राजधानी पटना में कोरोना संक्रमण के बीच पटना नगर निगम में सियासत भी तेज है. मेयर सीता साहू के खिलाफ 41 वार्ड पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है. इस पर वोटिंग के लिए 31 जुलाई का दिन निर्धारित किया गया है. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए कृष्ण मेमोरियल हॉल में बैठक बुलाई गई है. जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वार्ड पार्षदों को बैठाया जाएगा. वहीं, पार्षदों की थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था होगी, दूसरी तरफ सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम रहेंगे.
कृष्ण मेमोरियल हॉल में 31 जुलाई को होने वाली बैठक का समय दिन के 12:30 बजे रखा गया है जिसमें मेयर को विपक्षी पार्षदों के कई सवालों का जवाब देना होगा. विपक्षी गुट ने 17 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. मेयर गुट के पार्षद इंद्रदीप चंद्रवंशी ने दावा किया है कि 75 वार्ड पार्षदों में से 50 वार्ड पार्षदों का समर्थन मेयर के साथ है. उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव आसानी से पास कर जाएंगे. चंद्रवंशी का कहना है कि विपक्षी गुट की तरफ से 41 वार्ड पार्षदों का हस्ताक्षर करवाया गया है, जिसमें से 20 पार्षद मेयर के ग्रुप के हैं.
'दूसरे पार्षदों की नहीं सुनती हैं मेयर'
वहीं विपक्षी गुट मेयर सीता साहू के खिलाफ हमलावर है. पटना नगर निगम की पूर्व सशक्त स्थाई समिति की सदस्य और वर्तमान में पार्षद पिंकी देवी ने दावा किया कि मेयर विश्वास खो चुकी हैं. उनकी कुर्सी इस बार नहीं बचेगी. पार्षद का कहना है कि कुर्सी खतरे में आते ही उन्हें जनता की याद आ रही है. लेकिन मेयर कुर्सी पर रहते हुए वो अपने मनपसंद पार्षदों के इलाके में ही सिर्फ काम करवाती हैं. विपक्षी वार्ड पार्षद का कहना है कि मेयर दूसरे किसी अन्य पार्षद को तवज्जो नहीं देती हैं, इसलिए उनकी कुर्सी इस बार जाना तय है.
विपक्षी गुट की पार्षद पिंकी देवी पहले भी अविश्वास प्रस्ताव का कर चुकी हैं सामना
बता दें कि पिछले साल भी विपक्षी वार्ड पार्षदों ने मेयर सीता साहू के खिलाफ अविश्वस्त प्रस्ताव लाया था. लेकिन पिछली बार विपक्षी गुट को शिकस्त झेलना पड़ा था. वहीं, एक बार फिर से 41 वार्ड पार्षदों ने मेयर के खिलाफ अविश्वस्त प्रस्ताव लाया है. दोनों गुट की तरफ से जीत का दावा किया जा रहा है. हालांकि, 31 जुलाई को तय होगा कि मेयर की कुर्सी बचती है या फिर अविश्वास प्रस्ताव में हार का सामना करना पड़ता है.