पटना: राजधानी पटना में आफत की बारिश तो थम चुकी है लेकिन जलजमाव से पटनावासी परेशान हैं. तीन दिनों से जलमग्न पटना का जनजीवन असामान्य चल रहा है. पानी से बदबू आने के कारण लोगों का जीना मुहाल है.
पटना के कई इलाकों में कमर तक पानी भरा हुआ है. हालत ये है कि लोग बारिश थमने के बावजूद बाहर निकलने से हिचक रहे हैं. वहीं, दुकाने बंद हैं तो दैनिक जीवन में प्रयोग में लायी जाने वाली चीजें भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं. हालांकि, प्रशासन की तरफ से पीने का पानी और खाद्य सामग्री बांटी जा रही है.
55 साल में पहला ऐसा नजारा...
ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर लोगों की परेशानी को समझा. रिपोर्टर नीरज त्रिपाठी ने हालातों का जायजा लेने राजेंद्र नगर पहुंचे. इस दौरान स्थानीय ने बताया कि मैं 55 साल का हो गया हूं और 55 साल में पहली बार ऐसा नजारा देखा है. परेशानी उठानी पड़ रही है. वहीं, एक अन्य स्थानीय ने बताया कि पानी से बदबू आ रही है, जीना मुहाल है.
तीन दिन से बत्ती गुल...
लोगों ने बताया कि तीन दिनों से लाइन कटी हुई है. इससे और परेशानी हो रही है. बता दें कि राजधानी में जमा पानी काला होने लगा है. मच्छरों का लार्वा जमा हो रहा है. पानी निकासी के लिए प्रशासन काफी प्रयास कर रहा है, लेकिन पटना वासी अपनी पुरानी लाइफ की आस लगाए बैठें हैं.
जारी है राहत और बचाव कार्य यहां भरा है पानी- राजधानी के राजेंद्रनगर, कंकड़बाग, लंगर टोली, बहादुरपुर, पाटलिपुत्र कॉलोनी, राजीवनगर, गर्दनीबाग, सरिस्ताबाद, चांदमारी रोड, पोस्टल पार्क, इंदिरानगर, संजय नगर, अशोक नगर, रामकृष्णानगर, संदलपुर और श्रीकृष्णापुरी में सबसे ज्यादा पानी भरा हुआ है.