पटना: बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. बाढ़ से राज्य के नौ जिलों में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी और करीब 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल की सीमा से लगे इलाकों में मूसलाधार बारिश की वजह से राज्य की पांच नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण भी किया.
राज्य के 9 जिले बाढ़ से प्रभावित
राज्य के नौ जिले शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा और मुजफ्फरपुर के 55 प्रखंडों में बाढ़ से कुल 17,96,535 आबादी प्रभावित हुई है. 11 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद अररिया में पांच लाख लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं. प्रभावित जिलों में राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 13 दल तैनात किए गए हैं. सरकार ने 14 लोगों के मौत की पुष्टि की है.
अररिया में 5 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित
बात करें अररिया की तो वहां बाढ़ से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 5 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित है. मधुबनी में भी धौस नदी की तेज धार में एक बुजुर्ग व्यक्ति बह गया. बताया जा रहा है कि शीशम के लट्ठे को बचाने में उनकी जान चली गई. शव को ढूंढने की कोशिश जारी है. घटना मधवापुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव की है.
मोतिहारी में लापता दो सगे भाईयों में एक का शव बरामद
मोतिहारी में भी लापता दो सगे भाईयों में एक का शव बरामद किया गया. 13 जुलाई को बाढ़ का पानी बढ़ने के बाद से लापता थे दोनों भाई. जिले के पताही स्थित खुटौना गांव की घटना है. लापता नियोजित शिक्षक मनोज कुमार सिंह का शव बरामद किया गया है. दूसरे भाई राजेश कुमार सिंह अब भी लापता हैं.