पटनाःगंगा नदी में आई उफान (Ganga River) के कारण पटना सदर (Patna sadar) के नकटा दियारा पंचायत के बिंद टोली गांव में भी पानी घुस गया है. गांव के करीब तीन हजार से ज्यादा की आबादी बाढ़ से घिर गई हैं. घर तो घर, सड़कें भी डूब गई हैं. इस बीच ग्रामीण आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि अब तक प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है.
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बाढ़ त्रस्त ग्रामीणों ने बताया कि लोगों के घर जलमग्न हो गए हैं. सबकुछ बर्बाद हो गया है. लोगों के सामने आर्थिक तंगी की समस्या है. जान-माल बचाने के लिए लोग सुरक्षित जगहों पर पलायन करने को मजबूर हैं. लोग प्लास्टिक छारकर जीवन गुजार रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए किए जाने वाले सरकारी दावे सिर्फ कागजी साबित हो रहे हैं.
ग्रामीण कहते हैं कि क्षेत्र में एक बहुत गहरा नाला है, जो हर साल पानी से भर जाता है. इसके चलते लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता है. हर बार यहां पुलिया निर्माण का आश्वासन दिया गया, लेकिन यह महज अब तक वोट का मुद्दा बनकर रह गया है. दीघा विधासभा क्षेत्र से लगातार विधायक बन रहे संजीव चौरसिया ने लोगों को गहरे नाले पर पुल निर्माण का आश्वासन भी दिया था, लेकिन वह आज तक वादा ही बना हुआ है.
ईटीवी भारत की टीम ने इलाके का जायजा लिया. इस दौरान लोगों ने बताया कि बीते 4 दिनों से क्षेत्र में गंगा का पानी बढ़ता ही जा रहा है. दर्जनों घर डूब चुके हैं. जमीन से तीन-चार फीट उपर तक पानी है. लिहाजा लोग चौकी पर खाना बनाने को मजबूर हैं. इस क्षेत्र के करीब 3 हजार की आबादी बाढ़ जैसे हालात के कारण त्रस्त हैं, और नाव से आवाजाही करते हैं.