पटना: सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. दरअसल, फ्रॉड हस्ताक्षर पर पांच अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग कराई गई है. यह सभी पांचों स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव के फर्जी हस्ताक्षर पर पीएमसीएच में बुनियादी स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पद पर काम करने जा रहे थे.
ज्वाइनिंग करने पहुंचे तो हुआ खुलासा
अस्पताल अधीक्षक के छानबीन और पड़ताल के बाद मामला प्रकाश में आया. दरअसल, प्रदेश के अलग-अलग जिलों के रहने वाले 5 अभ्यर्थियों ने स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव राधेश्याम साह के फर्जी हस्ताक्षर कर नियुक्ति पत्र बना लिया था. उस नियुक्ति पत्र को इनलोगों ने डाक से पीएमसीएच भेज दिया. इसमें उन्होंने नियुक्ति की तारीख भी लिखी. तारीख के अनुसार सभी लोग ज्वाइन करने पहुंच गए.
सचिव ने हस्ताक्षर को बताया फर्जी
जब पांचों अभ्यर्थी अधीक्षक के पास पहुंचे तो अधीक्षक ने विशेष सचिव से सीधे बात कर ली. इसके बाद सचिव ने हस्ताक्षर और ज्वाइन की बात को नकार दिया. सचिव ने अपने हस्ताक्षर को फर्जी बताया. फर्जी हस्ताक्षर से नाराज विशेष सचिव को जानकारी मिली तो उन्होंने अभ्यर्थियों के खिलाफ सचिवालय थाने में एफआईआर दर्ज करा दी.
अस्पताल प्रशासन ने जारी किया नोटिस
सचिव ने इन अपराधियों को तुरंत पकड़कर जेल भेजने की कार्रवाई करने की अनुशंसा की. पुलिस प्रशासन की मानें तो पांचों अभ्यर्थियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है. अस्पताल प्रशासन को नोटिस बोर्ड पर फर्जीवाड़े का नोटिस जारी किया है. पांचों के नाम को नोटिस बोर्ड पर चिपका दिया गया है. वहीं, अधीक्षक की मानें तो कोई इसका रैकेट है, जो फर्जी तरीके से नियुक्ति करवाता है.
आरोपी अभ्यर्थियों का नाम और पता-
- प्रदीप कुमार (शेखपुरा)
- अमित कुमार (नवादा)
- नारायण राज (मुंगेर)
- रविंद्र कुमार (मुजफ्फरपुर)
- रामकुमार सिंह (सारण)